बागपत। फर्जी जन्म प्रमाण पत्र और आधार कार्ड बनाने वाले अधिवक्ता सहित पांच के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया। गिरफ्तार किए चारों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया। जबकि अधिवक्ता फरार है। उनसे फर्जी जन्म प्रमाण पत्र, लैपटॉप, कंप्यूटर, मोबाइल सहित अन्य सामान बरामद किया गया है। एक आरोपी के पास से वर्चुअल विदेशी नंबर भी मिला। इसका इस्तेमाल आधार कार्ड बनाने में किया जा रहा था।
बागपत क्राइम ब्रांच की टीम ने फर्जी जन्म प्रमाण पत्र और आधार कार्ड बनाने की सूचना पर शहर के कोर्ट रोड पर सोनीपत स्टैंड के पास दानिश जनसेवा केंद्र, केनरा बैंक और पंजाब नेशनल बैंक में छापामारी की। जहां से पुलिस ने जनसेवा केंद्र संचालक मोहसिन, आधार कार्ड बनाने वाले ऑपरेटर विशाल निवासी बड़ौत, साहिल, ताहिर निवासी मोहल्ला मुगलपुरा को गिरफ्तार कर लिया।
इनके पास से लैपटॉप, सीपीयू, फिंगर स्कैनिंग डिवाइस, छह मोबाइल फोन, 12 फर्जी जन्म प्रमाण पत्र, 11 अधबने आधार कार्ड, एक पासपोर्ट की फोटो कॉपी और फर्जी जाति प्रमाण पत्र बरामद किया। एसपी अर्पित विजयवर्गीय के अनुसार, आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि चारों जनसेवा केंद्र चलाते हैं और फोटोशॉप से एडिटिंग कर फर्जी जन्म प्रमाण पत्र तैयार कर आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज तैयार करते हैं।
एसपी के अनुसार, जांच के बाद जनसेवा केंद्र संचालक अधिवक्ता दानिश, उसके भाई मोहसिन, ताहिर, साहिल, विशाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया। वहीं, गिरफ्तार किए गए चार आरोपियों को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया।
ताहिर के पास से पुलिस को अमेरिका के वर्चुअल नंबर पर व्हाट्सएप चलता हुआ मिला है। एसपी के अनुसार, इस गिरोह के सदस्य काफी शातिर हैं, जो फर्जी कागज भेजने के लिए दो महीने के लिए विदेशी वर्चुअल नंबर लेते थे। पहले कनाडा, अब अमेरिका का वर्चुअल नंबर लेकर उस पर ताहिर व्हाट्सएप चलाता था। जिस पर सभी फर्जी कागज भेजते थे और उसके बाद आधार कार्ड व अन्य कागज बनवाए जाते थे।
फर्जी जन्म प्रमाण पत्र से आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज बनाने के मामले में पुलिस गंभीरता से जांच कर रही है। इसमें आरोपियों के पास से बरामद किये गये मोबाइल फोन जांच के लिए लैब भेजे जाएंगे। जिनसे पुलिस को कुछ अन्य सुराग मिलने की संभावना है।