नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में बंदूक की नोक पर एक जोड़े को उनके घर में लूटने के आरोप में दो महिलाओं सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों की पहचान राजेंद्र कुमार उर्फ बिट्टू, मुकेश कुमार, रचना और दीपा के रूप में हुई।
अधिकारी ने कहा कि पीड़िता की चचेरी बहन रचना अपराध के पीछे मुख्य साजिशकर्ता थी। दो अन्य फरार आरोपियों – दीपक और आशु बालियान को पकड़ने के लिए छापेमारी जारी है। पुलिस ने आरोपियों के पास से 24 लाख रुपये नकद, सोने के आभूषण और एक देसी पिस्तौल तथा दो कारतूस भी बरामद किये हैं।
पुलिस के मुताबिक, जगतपुरी थाना इलाके में गत सोमवार सुबह करीब 8.15 बजे हुई लूट की शिकायत मिली थी। पुलिस उपायुक्त, शाहदरा, रोहित मीना ने कहा कि शिकायतकर्ता ने कहा कि जब वह अपने बेटे को स्कूल छोड़ने के बाद घर लौटा, तो तीन लोगों ने उसे ग्राउंड फ्लोर पार्किंग क्षेत्र में जबरन रोका और बंदूक की नोक पर उसे चौथी मंजिल के फ्लैट में ले गए।
अंदर जाकर तीनों आरोपियों ने शिकायतकर्ता और उसकी पत्नी को बांध दिया और लगभग 40 लाख रुपये नकद और करीब 35-40 तोले सोने के आभूषण लेकर भाग गए। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की जांच की और संदिग्धों के रूट का पता लगाया। उन्हें पता चला कि एक महिला समेत तीन पुरुष स्कूटर पर आए थे।
डीसीपी ने कहा, “दोनों स्कूटरों के मालिकों का पता लगाया गया, जिससे संभावित संदिग्धों का पता चला। गहन जांच के बाद, टीम ने इसे दो संदिग्धों तक सीमित कर दिया।” संदिग्धों के मोबाइल नंबरों के कॉल डिटेल रिकॉर्ड के विश्लेषण से आरोपी राजेंद्र कुमार की गिरफ्तारी हुई और उसके घर से दो जिंदा कारतूस के साथ एक देसी पिस्तौल और शिकायतकर्ता का आधार कार्ड वाला एक चोरी हुआ पर्स मिला। आगे जांच में पता चला कि डकैती के बाद दीपक ने अपने चाचा नवीन कुमार को पांच लाख रुपये दिए थे, जो बाद में उससे बरामद कर लिए गए। इसके अलावा आरोपियों और उनके रिश्तेदारों की कॉल डिटेल की जांच से पता चला कि उन्हें मुथूट फाइनेंस से मैसेज मिले थे।
डीसीपी ने कहा, “इससे मुकेश कुमार की पत्नी दीपा नाम की एक संदिग्ध की पहचान हुई, जिसने चोरी का सोना मुथूट फाइनेंस में जमा किया था। गाजियाबाद में उसके घर पर छापेमारी के परिणामस्वरूप 210 ग्राम चोरी के सोने के आभूषण बरामद हुए।” उन्होंने बताया कि आगे की जांच से पता चला कि सह-आरोपी बालियान के पिता मुकेश कुमार के खाते में बड़ी मात्रा में नकदी जमा की गई थी। उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया और उसके पास से 2,50,000 रुपये जब्त किए गए। सह-आरोपियों दीपक, बालियान और रचना का पता लगाने और उन्हें पकड़ने के प्रयास किए गए, लेकिन वे सभी गिरफ्तारी से बच रहे थे। बाद की जांच में रचना की भी गिरफ्तारी हुई, जिसने पुलिस हिरासत रिमांड के दौरान खुलासा किया कि वह शिकायतकर्ता की रिश्तेदार है और उसे शिकायतकर्ता के घर में नकदी और आभूषणों के बारे में अंदरूनी जानकारी थी।
डीसीपी ने कहा, “उसने सक्रिय रूप से अपने साथी दीपक और दीपक के बहनोई बालियान तथा राजेंद्र सिंह के साथ साजिश रची। उनके कबूलनामे के अनुसार, रचना उन्हें लालच देकर शिकायतकर्ता के घर ले गई और खुद बाहर सड़क पर ही रही, जबकि अन्य तीन हथियारबंद लोगों को डकैती करने के लिए भेजा।”
उन्होंने कहा, “सह-आरोपी दीपक और आशु बालियान के लिए गैर-जमानती वारंट (एनबीडब्ल्यू) जारी किए जा रहे हैं और उनका पता लगाने और गिरफ्तार करने के प्रयास जारी हैं।”