कैराना। शामली एसओजी व पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में चार मादक पदार्थ तस्करों को 17 लाख रुपयों की अवैध स्मैक,68 हजार की नकदी इलेक्ट्रॉनिक कांटे व घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल सहित गिरफ्तार किया है।
शामली एसओजी व पुलिस ने संयुक्त कारवाई करते हुए भूरा बाईपास पुल के पास से बाइक सवार चार मादक पदार्थ तस्करों को 430 ग्राम अवैध स्मैक 68 हजार की नकदी,तीन मोबाइल फोन,इलेक्ट्रानिक कांटा व घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल सहित गिरफ्तार किया है। बरामद स्मैक की कीमत 17 लाख रुपए बताई जा रही है।
पिछले दिनों जनपद शामली में तीन चेन स्नेचिंग की घटना को अंजाम दिया गया था,जिसके दोनों आरोपी सलमान व मोहसिन निवासी कैराना पानीपत सीआईए टीम के हत्थे चढ़ गए थे।पूछताछ के दौरान दोनों लुटेरों ने बताया था कि वह लूटे गए आभूषण बेचकर इंसार पुत्र रूकमदीन निवासी गांव गोगवान से स्मैक खरीदते थे। जिसके बाद शामली एसओजी व पुलिस टीम ने मादक पदार्थ तस्करों की गिरफ्तारी के लिए जाल बिछाया और शुक्रवार की रात्रि बारह बजे बाइक सवार चार युवकों को भूरा बाईपास पुल के पास से साढ़े चार सौ ग्राम अवैध स्मैक के साथ गिरफ्तार कर लिया।पूछताछ के दौरान मुकरिम ने बताया कि वह साजिद से स्मैक खरीदता था,जबकि साजिद का कहना था कि उसने वादिल से स्मैक खरीदी थी।
उन्होंने बताया कि वह लगभग डेढ़ वर्ष से इस अवैध धंधे से जुड़े हुए हैं और दो माह से सक्रिय हैं। मुख्य तस्कर वादिल अभी पुलिस गिरफ्त से बाहर है। पकड़े गए मादक पदार्थ तस्करों ने अपने नाम व पता साजिद पुत्र यूसुफ उर्फ इस्सा निवासी गांव भूरा हाल निवासी मोहल्ला आलखुर्द कैराना,मुकरीम पुत्र इलियास, इंसार पुत्र रूकमदीन निवासीगण ग्राम गोगवान व साजमा पुत्र दिलशाद निवासी गांव तपराना बताए हैं। पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर उन्हे न्यायालय में पेश किया, जहां से न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है।
सप्लायर गिरफ्तार मास्टरमाइंड फरार
पुलिस ने 17 लाख रुपए की अवैध स्मैक के साथ चार सप्लायरों को 68 हजार की नकदी,तीन मोबाइल फोन, एक इलेक्ट्रिक कांटा व घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल सहित गिरफ्तार किया है, जबकि मुख्य आरोपी वादिल पुत्र इदरीस निवासी गंदराऊ अभी पुलिस गिरफ्त से बाहर है,जो इस पूरे धंधे का मास्टरमाइंड है।
मध्यप्रदेश से आती थी स्मैक की खेप
पुलिस द्वारा पकड़े गए चार मादक पदार्थ सप्लायरों ने पूछताछ में बताया कि वादिल ही इस पूरे गैंग को ऑपरेट करता था,जिससे स्मैक खरीदकर अलग अलग स्थानों पर सप्लाई की जाती थी। स्मैक की यह खेप मध्यप्रदेश से मंगाई जाती थी। पुलिस अब गैंग से जुड़े अन्य लोगों की तलाश में जुट गई है। मध्यप्रदेश से स्मैक की खेप किसके माध्यम से कैराना पहुंचती थी और कौन उसे लेकर आता था।उसके पीछे कितने मददगार हैं,सभी की कुंडली खंगाली जा रही है।