नोएडा । ट्रेजरी बाबू बनकर साइबर जालसाजों ने एक रिटायर्ड दरोगा के खाते से तीन बार में दस लाख रुपये निकाल लिया। खाते से पेंशन का पैसा निकलने के बाद पीड़ित और उसका परिवार सदमे में है। बुलंदशहर से मामला अब नोएडा के सेक्टर-36 स्थित साइबर क्राइम थाने में आया है। पुलिस ने अज्ञात जालसाज के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
साइबर क्राइम थाने में दी शिकायत में बुलंदशहर के सिकंदराबाद के किशन पाल सिंह ने बताया कि वह बीते साल 31 अक्टूबर को पुलिस सेवा से बतौर दारोगा रिटायर हुए थे। उसी दिन उनके खाते में पेंशन के दस लाख रुपये आए। किशन पाल की अंतिम तैनाती गाजियाबाद के टीला मोड़ थाने में थी।
12 नवंबर को किशन पाल के पास एक अनजान नंबर से कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को ट्रेजरी बाबू बताकर पीड़ित से बैंक संबंधी जानकारी हासिल की। कॉल करने के कुछ समय बाद ही किशन के खाते से तीन बार में दस लाख रुपये निकल गए। अगले दिन जब उन्होंने मोबाइल चेक किया तो पाया कि खाते से दस लाख रुपये निकालने का मैसेज आया हुआ है।
जालसाजों ने पहली बार में चार लाख 50 हजार,दूसरी बार में तीन लाख जबकि अंतिम बार में दो लाख 50 हजार रुपये निकाले। पीड़ित ने सबसे पहले ठगी की शिकायत बुलंदशहर पुलिस लाइन में दी। वहां से मामला सिकंदराबाद थाने पहुंचा। ठगी की राशि पांच लाख रुपये से अधिक होने के कारण अब साइबर क्राइम थाने में केस दर्ज हुआ है।
साइबर क्राइम थाने की प्रभारी रीता यादव ने बताया कि जालसाज के मोबाइल नंबर और खाते में गई रकम के आधार पर पुलिस जालसाजों तक पहुंचने का प्रयास कर रही है।