लखनऊ। उत्तर प्रदेश में शादी-विवाह के सीजन में जहां स्वादिष्ट व्यंजनों की बहार है, तो इस सीजन में बाहर से आने वाले लहसुन महंगे हो गए हैं। जिससे वैवाहिक व्यंजनों के खर्च में अचानक से वृद्धि हो गई है। फिर भी सब्जियों में स्वाद बढ़ाने के लिए लहसुन को मांग बढ़ी हुई है।
सीतापुर रोड स्थित नवीन गल्ला मंडी में लहसुन का कारोबार करने वाले बाबूलाल ने कहा कि उत्तर प्रदेश में बाहर से आने वाले लहसुन को पूरे वर्ष स्टोर करके रखने के बाद बेचा जाता है। स्टोर में लहसुन की बोरियां कम होने पर और मांग बढ़ने पर उसके मूल्य बढ़ जाते हैं। वर्तमान समय में लहसुन का मूल्य 360 रुपए किलो हो गया है।
उन्होंने कहा कि लहसुन का प्रति किलो 200 से बढ़कर 300 और अब 360 रुपए पहुंच गया है। आने वाले समय में लहसुन के मूल्य और भी बढ़ेंगे। लहसुन का मूल्य बढ़ाने का उसकी बिक्री पर कोई असर नहीं है, जबकि मांग डबल हो गई है।
मानस नगर निवासी ओमप्रकाश ने बताया कि आज लहसुन और प्याज सब्जियों में स्वाद के लिए आवश्यक माना जाता है। इसके लिए घरों में लहसुन आवश्यक रूप से खरीद के रखते हैं। कैस्ट्रॉल की बीमारी के लिए भी लहसुन बहुपयोगी है और सर्दियों के मौसम में लहसुन सुबह के वक्त खाली पेट भी लेने वालों की पर्याप्त संख्या है।
उन्होंने कहा कि आज ही सुबह वह लहसुन लेने गए थे। बढ़े हुए मूल्य के बावजूद भी आधा किलो लहसुन खरीद कर वापस आए हैं। पहले भी वह एक किलो लहसुन घर लाते थे।
लहसुन को औषधि के रूप में उपयोग करने वाले लोगों की माने तो यह अपने आप में एक औषधि है, बाबा रामदेव अपने व्याख्यान में लहसुन के गुणों की जानकारी देते हैं। लहसुन को खून को पतला करने में, लो ब्लड प्रेशर को ठीक करने में, पेट की तमाम बीमारियों को ठीक करने के लिए औषधि के रूप में लिया जाता है।