शामली। शहर में निकाय चुनावों को लेकर भारतीय जनता पार्टी के द्वारा एक जनसभा का आयोजन किया गया। जिसमे बीजेपी के सांसदों, विधायको और दिग्गज नेताओं ने तो शिरकत की, लेकिन अपेक्षाकृत भीड़ नही जुट पाई।जिसे लेकर आते जाते लोग तरह तरह की चर्चाएं करते दिखाई दिए।बीजेपी की जनसभा में अपेक्षाकृत भीड़ ना आने से बीजेपी प्रत्याशी के लिए चिंता का विषय बना हुआ है।
आपको बता दे की शहर के शिव मूर्ति रेलवे रोड पर प्रत्येक निकाय चुनाव के अंतिम चरणों में भारतीय जनता पार्टी के द्वारा जनसभा का आयोजन किया जाता है. और उसी से ही चुनाव में हार-जीत का आकलन लगाया जाता है. उसी के चलते सोमवार की देर शाम शहर नगरपालिका से बीजेपी चेयरमैन प्रत्याशी के समर्थन में शहर की शिवमूर्ति स्थित रेलवे रोड पर एक जनसभा का आयोजन किया गया। जिसमें भाजपा के बड़े-बड़े दिक्कत नेताओं पूर्व कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा, बीजेपी नेता केपी मलिक, कैराना सांसद प्रदीप चौधरी, एमएलसी वीरेंद्र सिंह गुर्जर, पूर्व विधायक तेजिंदर निर्वाल आदि ने शिरकत की. लेकिन बीजेपी के इतने बड़े बड़े नेताओं के आने के बावजूद भी जनसभा में अपेक्षा कृत लोगों की भीड़ नहीं जुट पाई जिसे देख कर बीजेपी प्रत्याशी की नींद उड़ना तो तय है।
वही आसपास से गुजर रहे लोग भी जनसभा में भीड़ ना देख कर आपस में तरह-तरह की चर्चाएं करते दिखे. वही पिछले वर्ष भी उक्त स्थान पर ही इसी तरह जोर शोर से जनसभा का आयोजन किया गया था. लेकिन बीजेपी प्रत्याशी को हार का मुंह देखना पड़ा था. वही जनसभा में कुर्सियां भी खाली पड़ी दिखाई दी. और कुछ कुर्सियां तो लगाई ने की जरूरत भी नहीं पड़ी और सड़क किनारे एक दुकान के सामने रखी नजर आई. जहां जनसभा में भीड़ ना आने से भाजपा के खेमे में हलचल पैदा हो गई है. वही विपक्ष के प्रत्याशी के हौसले बुलंद हुए हैं. वहीं जनसभा में खाली कुर्सियां देख कर एक छपाक रोगी चर्चित मास्टर जो अक्सर भारतीय जनता पार्टी के कार्यक्रमों में मंच संचालन का करता पाया जाता है. वह एक जूते की दुकान में घुसा रहा.और कार्यक्रम से दूरी बनाए रखी।
बीजेपी की जनसभा का हाल देख कर फिलहाल तो पूर्व निकाय चुनाव की तरह इस बार भी शामली नगर पालिका सीट पर राष्ट्रीय लोकदल की दावेदारी मजबूत होती दिख रही है. और इतिहास एक बार फिर अपने आप को दोहराता दिखाई दे रहा है. जिससे बीजेपी प्रत्याशी की नींदे उड़ना तो तय है.