लखनऊ। उत्तर प्रदेश में श्रमिकों के राशन कार्ड बनाने के लिए सत्यापन का काम तेजी के साथ चल रहा है। पूरे प्रदेश में ई-श्रम पोर्टल पर पंजीकृत श्रमिकों को राशन कार्ड मुहैया कराने के लिए सत्यापन की प्रक्रिया तेज गति से आगे बढ़ रही है। सरकार ने दावा किया है कि श्रमिकों की कुल संख्या 1.58 करोड़ है, जिसमें 1.49 करोड़ श्रमिकों का सत्यापन किया जा चुका है। खाद्य एवं रसद विभाग के हालिया आंकड़ों के अनुसार, कुल 8.31 करोड़ श्रमिकों का पंजीकरण किया गया है। इसमें 6.73 करोड़ पंजीकृत श्रमिक पहले से ही सरकारी राशन का लाभ ले रहे हैं।
विभाग के अधिकारियों ने बताया कि सत्यापन के लिए श्रमिकों की कुल संख्या 1.58 करोड़ है, जिसमें 1.49 करोड़ श्रमिकों का सत्यापन किया जा चुका है। पात्र पाए गए 26.47 लाख श्रमिकों में 2.37 लाख को राशन का लाभ मिल रहा है। वहीं सत्यापन में 122.92 लाख श्रमिक अपात्र पाए गए हैं। श्रमिकों के सत्यापन की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए योगी सरकार ने कई अहम कदम उठाए हैं। इसके अंतर्गत ग्राम स्तरीय सत्यापन टीम का गठन कर पात्रता की जांच की जा रही है। इसमें श्रमिकों के आय प्रमाण-पत्र तथा अनिवार्य अभिलेखों में बैंक पासबुक की अनिवार्यता से छूट दी गई है। सत्यापन टीम की रिपोर्ट ही श्रमिकों के आय प्रमाण-पत्र के रूप में मान्य होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर सभी जिलों के जिलाधिकारी जल्द से जल्द पात्र श्रमिकों का सत्यापन कर राशन कार्ड निर्गत करने की कार्यवाही में जुट गए हैं।
इस क्रम में वर्तमान में प्रचलित राशनकार्डो का सत्यापन कर अपात्र परिवारों के राशन कार्ड निरस्त किए जा रहे हैं और उनकी जगह पात्र श्रमिक परिवारों के लिए राशन कार्ड जारी करने की प्रक्रिया को तेज गति से पूरा किया जा रहा है। ई-श्रम पोर्टल के डाटा के अनुसार, प्रदेश के चित्रकूट, अमेठी, गौतमबुद्ध नगर, बलिया और आजमगढ़ में सत्यापन की गति सबसे ज्यादा है। चित्रकूट में 1374 पात्र श्रमिकों में 498 श्रमिकों को राशन का लाभ मिल रहा है। अमेठी में 8,919 पात्र श्रमिकों में 2,922, गौतमबुद्ध नगर में 1757 पात्र श्रमिकों में 530, बलिया में 42569 पात्र श्रमिकों में 10623 और आजमगढ़ में 22600 पात्र श्रमिकों में से 5611 श्रमिकों को राशन का लाभ मिल रहा है।