मुजफ्फरनगर। चौ चरण सिंह सिंह जिन्हें किसान मसीहा की उपाधि से भी नवाजा गया,एक राजनेता जिनकी राजनैतिक विरासत सभी क्षेत्रों में फैली है। यह विरासत ही उन्हें भारत रत्न का असली हकदार बनाती है। उनके द्वारा कृषि क्षेत्र में क्रांति,सामाजिक न्याय,लोकतंत्र के मूल्यों की रक्षा के लिए जाना जाता है।
एमएस स्वामीनाथन को हरित क्रांति का जनक कहा जाता है। भारत सरकार द्वारा गठित किसान आयोग के अध्यक्ष के नाते उनकी सिफारिश महत्वपूर्ण है। देशभर में हर किसान उनकी सिफारिश को लागू करने की मांग करते है। इन दोनों व्यक्तियों का कृषि क्षेत्र में अभूतपूर्व योगदान है।
भारत सरकार एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फैसले ने किसान कौम को जो सम्मान दिया है उसके लिए भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक आभार व्यक्त करती है।