नोएडा । ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने सेक्टर ज्यू वन में एमआरएफ केंद्र संचालित करने वाली संस्था इंडियन पॉल्यूशन कंट्रोल एसोसिएशन (आईपीसीए) पर 5 लाख रुपए का जुर्माना लगाया है।
एमआरएफ प्रोसेसिंग सेंटर पर कंपोस्टिंग मशीन न चलाए जाने के चलते प्राधिकरण के जनस्वास्थ्य विभाग की तरफ से यह कार्रवाई की गई है। वहीं सेक्टर अल्फा वन की दो सोसाइटियों में कूड़े का उचित निस्तारण न करने पर मैसर्स के. सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट सर्विस पर 12,400 का जुर्माना लगाया गया है।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार के निर्देश पर शहर में गंदगी फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई शुरू हो गई है। इसी क्रम में प्राधिकरण के ओएसडी इंदु प्रकाश सिंह ने जनस्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ वेस्ट का निस्तारण करने के लिए सेक्टर ज्यू वन स्थित एमआरएफ/ प्रोसेसिंग सेंटर का औचक निरीक्षण किया।
इस दौरान एमआरएफ प्रोसेसिंग सेंटर पर लगी कंपोस्टिंग मशीन बंद मिली। संस्था द्वारा गार्बेज को लखनावली स्थित अस्थाई डंपिंग साइट पर चोरी छुपे कूड़ा डंप किए जाने की भी सूचना मिल रही थी। इसके चलते स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ प्रबंधक उत्सव कुमार निरंजन ने इंडियन पॉल्यूशन कंट्रोल एसोसिएशन (आईपीसीए) पर 5 लाख रुपए का जुर्माना लगाया है। इसके बाद ओएसडी इंदु प्रकाश सिंह ने सेक्टर अल्फा वन स्थित मिलेनियम विलेज और हरमुख अपार्टमेंट का जायजा लिया।
यह दोनों सोसाइटियां बल्क वेस्ट जनरेटर की श्रेणी में आती है। इन सोसाइटियों में मैसर्स के .सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट सर्विस द्वारा ड्रम कंपोस्टिंग पद्धति से कूड़े का निस्तारण किए जा रहा है, लेकिन औचक निरीक्षण के दौरान ड्रम में बोरिया व अन्य सामग्री भरी पाई गई।
इससे पता चलता है कि कूड़े से कंपोस्टिंग प्रक्रिया नहीं की जा रही, बल्कि कूड़े को इधर-उधर फेंका जा रहा है। जिसके चलते जन स्वास्थ्य विभाग की तरफ से दोनों सोसाइटियों में कूड़े के प्रबंधन का काम देख रही के. सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट सर्विस पर 6200–6200 का जुर्माना लगाया गया है।