मेरठ। मेरठ को झकझोरने वाले चर्चित तिहरे हत्याकांड का मुख्य आरोपी हाजी इजलाल जल्द ही जेल से बाहर आएगा। उसको हाईकोर्ट से जमानत मिली है।
बताया गया कि हाजी इजलाल के वकील ने कई महीने से कोर्ट में अर्जी लगाई हुई थी। इजलाल को जमानत मिलने पर कोतवाली पुलिस को सतर्क कर दिया गया है। आरोपी इजलाल पूर्व सांसद हाजी अखलाक के चचेरे भाई हैं।
ये है पूरा मामला :—
23 मई 2008 में कोतवाली थाना क्षेत्र के गुदड़ी बाजार में पुनीत गिरी, सुधीर और सुनील ढाका की हत्या हुई थी। इस मामले में मुख्य आरोपी हाजी इजलाल समेत 14 लोगों को आरोपी बनाया गया था।
बताया था कि एक युवती को लेकर इजलाल ने तिहरे हत्याकांड को अंजाम दिया था। तीनों युवकों की लाश बागपत की बिनौली गंगनहर में मिली थी। इसके बाद मेरठ और बागपत में जनाक्रोश भी फैल गया था। तभी से मुख्य आरोपी हाजी इजलाल जेल में बंद था। पीड़ित परिवार की ओर से लगातार आरोपी को सजा दिलाने के लिए गवाही कराई जा रही थी।
15 साल से जेल में बंद है इजलाल :
हाईकोर्ट के आदेश के अनुसार 12 साल से अधिक समय से जेल में बंद लोगों को जमानत देने की बात कही थी। इसी आधार पर मुख्य आरोपी इजलाल के अधिवक्ता ने दो महीने पहले जमानत की अर्जी हाईकोर्ट में लगाई थी। उसके बाद मंगलवार को हुई सुनवाई में हाईकोर्ट ने इजलाल को जमानत दी है।
जमानत मिलने की जानकारी इजलाल के परिवार ने कोतवाली में इसकी सूचना दी। वहीं, मृतक सुनील ढाका के भाई अनिल ढाका का कहना है कि वर्ष 2008 से वह लगातार इजलाल और उसके परिवार को सजा दिलाने के लिए कोर्ट में लड़ रहे हैं। वह कोर्ट में अपील करेंगे।