गाजा। हमास की सशस्त्र शाखा ‘अल-कस्साम ब्रिगेड’ ने एक इजरायली बंधक का वीडियो जारी किया है। जिसमें बंधक ने रिहाई के बदले गाजा में युद्ध विराम की अपील की है। बंधक की पहचान मतन जंगाउकर के रूप में हुई है। वीडियो में वो कह रहा है, “मुझे हमास ने 420 दिनों से अधिक समय तक बंधक बनाकर रखा है। (इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को संबोधित करते हुए आगे कहा) हमने रिहाई को लेकर आपकी नई योजना के बारे में सुना है। जिसके मुताबिक गाजा से हमारी सुरक्षित वापसी और निकास सुनिश्चित कराने वाले शख्स को 5 मिलियन डॉलर दिया जाएगा।
” जंगाउकर ने कहा, “(इजरायली) सरकार ने हमारी उपेक्षा की और हर दिन ऐसा करना जारी रखा। मुझे उम्मीद है कि आप स्थिति को बदलने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे और मुझे और अन्य कैदियों को जीवित और सुरक्षित वापस लाएंगे।
” सिन्हुआ समाचार एजेंसी ने बताया, उनकी मां, इनाव जंगाउकर, बंधकों की रिहाई के संघर्ष में प्रमुख कार्यकर्ताओं में से एक हैं। इसमें इजरायली सरकार पर हमास के साथ एक समझौते को आगे बढ़ाने के लिए दबाव डालना भी शामिल है। वीडियो जारी होने के बाद तेल अवीव में एक प्रदर्शन में इनाव जंगाउकर ने नेतन्याहू को संबोधित करते हुए कहा, “यह तथ्य कि मतन आज जीवित है, इसका मतलब यह नहीं है कि वह सर्दी या निरंतर सैन्य दबाव से बच जाएगा। मतन और सभी को वापस लाने का एकमात्र तरीका डील है, भले ही युद्ध को समाप्त करने की कीमत पर ही क्यों न हो।
” शनिवार को भी, हमास ने एक बयान में कहा कि युद्ध और इजरायली “आक्रामकता” को समाप्त करना गाजा में किसी भी समझौते का मूल है। यह बयान हमास की शूरा परिषद के अध्यक्ष मोहम्मद दरवेश और ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराघची के बीच दोहा में हुई बैठक के बाद जारी किया गया। दरवेश ने कहा कि हमास मध्यस्थ प्रस्तावों के लिए खुला है, बशर्ते वे फिलिस्तीनी लोगों के हितों को प्राथमिकता दें और उनकी पीड़ा को कम करने पर काम करें। इसके साथ ही उसने गाजा के निवासियों के पक्ष में हत्याओं, नाकाबंदी और भुखमरी की इजरायली ऑपरेशन का मुकाबला करने की अपील की।