चंडीगढ़। हरियाणा कांग्रेस के नेताओं ने निकाय चुनाव ईवीएम की बजाए बैलेट पेपर से कराने की मांग काे लेकर राज्य चुनाव आयुक्त से साेमवार काे मुलाकात की। इस संबंध में उन्हाेंने ज्ञापन भी साैंपा।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष उदयभान के नेतृत्व में कांग्रेस विधायक अशोक अरोड़ा, गीता भुक्कल, पूर्व मंत्री कर्ण दलाल समेत कई नेता चुनाव आयुक्त से मिले। पत्रकारों को ज्ञापन की प्रतियां देते हुए उदयभान ने कहा कि निकाय चुनाव ईवीएम की बजाए बैलेट पेपर से होने चाहिए। उन्हाेंने ईवीएम से चुनाव में धांधली की संभावनाएं जताई। इसकाे लेकर उन्हाेंने तर्क दिया कि जब उत्तराखंड में बैलेट पेपर से चुनाव हो सकता है तो हरियाणा में क्यों नहीं। उन्हाेने कहा कि ईवीएम काे लेकर सुप्रीम कोर्ट और होईकोर्ट में कई मामले भी लंबित है, ऐसे में ईवीएम से चुनाव नहीं होने चाहिए।
उदयभान ने निकाय चुनाव में हुए आरक्षण पर सवाल उठाया। उन्हाेंने कहा कि इस चुनाव में एससी आरक्षण सही नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि निकाय चुनाव में कुल सीटों में तो बढ़ोतरी हुई हैं, लेकिन अनुसूचित जाति की सीटों में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई हैं। उन्होंने साफ किया कि पालिका चुनाव पार्टी सिंबल पर नहीं लड़ा जाएगा।
निकाय चुनाव में देरी काे लेकर उदयभान ने सरकार को घेरते हुए कहा कि सरकार साफ करे कि यह चुनाव देर से क्यों हो रहे हैं। निकाय चुनाव को लेकर जारी होने वाले घोषणा पत्र पर उदयभान ने कहा कि मंगलवार को इस संबंध में कांग्रेस ने बैठक बुलाई है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष उदयभान ने दिल्ली चुनाव परिणाम को लेकर कहा कि वहां हमने जिन सीटों पर जीत की उम्मीद की थी वह सीटें हमें नहीं मिली, लेकिन हमारा वोट प्रतिशत बड़ा है। पहले हमारा वोट प्रतिशत 4 प्रतिशत था, जबकि इस बार बढ़कर 6.4 प्रतिशत हो गया है। कांग्रेस इंडिया गठबंधन के तहत आम आदमी पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ना चाहती थी, लेकिन आप ने पहले ही सभी सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने का ऐलान कर दिया। अगर दोनों पार्टियां मिलकर चुनाव लड़ती तो दिल्ली में आम आदमी पार्टी सरकार बन सकती थी।
हरियाणा में पिछले चार माह के दौरान नेता प्रतिपक्ष का चुनाव नहीं होने पर प्रदेश अध्यक्ष उदयभान ने कहा कि विधानसभा का बजट सत्र जल्द होने जा रहा है। विधानसभा के बजट सत्र से पहले-पहले नेता प्रतिपक्ष के नाम का ऐलान कर दिया जाएगा।