रोहतक (हरियाणा)। कांग्रेस नेता और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा ने बुधवार को कहा, ”राज्य में बाढ़ के कारण जान-माल के भारी नुकसान के बावजूद भाजपा-जेजेपी सरकार अभी तक नहीं जागी है।
पूर्व सीएम ने कहा कि ऐसा लगता है कि सरकार ने बाढ़ प्रभावित लोगों को उनके हाल पर छोड़ दिया है। पूर्व सीएम हुड्डा ने रोहतक जिले में बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने स्थानीय ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं और कहा कि सरकारी उदासीनता के कारण लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
सरकार ने शहरों व गांवों में सीवरेज व नालों की सफाई नहीं कराई, इसी कारण जलजमाव की समस्या विकराल हो गई है। हर बारिश के बाद शहरों की सड़कों पर जलजमाव हो जाता है। पूरे हरियाणा में किसानों की लाखों एकड़ फसल बर्बाद हो गई।
इसके अलावा उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना किसानों के बजाय बीमा कंपनियों को लाभ पहुंचाने वाली योजना बन गई है।
पूर्व सीएम ने मांग की कि पशुओं के लिए चारे की भारी कमी है। सरकार को चारे की व्यवस्था करनी चाहिए। इसके साथ ही घरों, दुकानों और व्यवसायों को हुए नुकसान की भरपाई भी तत्काल प्रभाव से की जानी चाहिए।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि बाढ़ से सबसे ज्यादा नुकसान गरीब तबके को हुआ है। गांव के खेतिहर मजदूरों को इस बार काम भी नहीं मिल सका। सरकार को मनरेगा मजदूरों को कम से कम 30 दिन की अतिरिक्त दैनिक मजदूरी देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार को जनता को राहत देने के साथ-साथ बारिश के पानी की निकासी के लिए भी युद्ध स्तर पर काम करना चाहिए।
हुड्डा ने अधिकारियों से फोन पर भी बात की और उन्हें हरसंभव कदम उठाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि भारत मौसम विज्ञान विभाग के अलर्ट के बावजूद राज्य सरकार ने समय पर कदम नहीं उठाया।
हर गांव में लोगों ने कहा कि सरकार ने पिछले कई सालों से नालों की सफाई नहीं कराई है। नदियों और नहरों के तटबंधों को भी मजबूत नहीं किया गया, इस वजह से लगभग पूरे हरियाणा को बाढ़ का सामना करना पड़ा। इसके अलावा खनन माफियाओं ने नदियों का प्रवाह भी बदल दिया। सरकार के संरक्षण में अवैध खनन किया जा रहा है।