कोलकाता। नवमी की रात कोलकाता की सड़कों पर दुर्गा पूजा के अंतिम दिन का अद्वितीय नजारा देखने को मिला। शुक्रवार रात को पूजा के आखिरी दिन का आनंद उठाने के लिए न केवल कोलकाता के निवासी, बल्कि राज्य और देश के अन्य हिस्सों से भी लोग भारी संख्या में पहुंचे। दशमी की शुरुआत के साथ ही प्रतिमा विसर्जन की प्रक्रिया शुरू हो जाती है, जिसके चलते नवमी की रात को पूजा पंडालों का भ्रमण करने वालों का जनसैलाब उमड़ पड़ा।
दिन के मुकाबले रात में भीड़ ज्यादा देखी गई, क्योंकि सप्तमी और अष्टमी को जो लोग किसी कारणवश पंडाल नहीं घूम पाए थे, वे भी इस अंतिम अवसर का लाभ उठाने के लिए सड़कों पर उतर आए। राजधानी में लगभग तीन हजार से अधिक बड़े पूजा पंडाल स्थापित किए गए हैं, जिनका भ्रमण करना तीन दिनों में संभव नहीं हो पाता। इसलिए, नवमी की रात को उन लोगों की भीड़ भी देखने को मिली, जो पिछले दिनों में सभी पंडाल नहीं घूम सके थे। इसके साथ ही, जो लोग सप्तमी, अष्टमी या षष्ठी के दिन पंडाल नहीं देख पाए थे, उन्होंने शुक्रवार की रात पंडाल भ्रमण के लिए कोलकाता का रुख किया।