शामली। कोरी समाज के प्रमाण पत्र न बनने से आहत कोरी समाज के लोगों द्वारा आत्मदाह करने की चेतावनी के बाद मंगलवार को पुलिस प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट रहा।प्रशासनिक अधिकारियां ने समाज के लोगों से वार्ता कर कोरी समाज के लोगों के अनुसूचित जाति के प्रमाण पत्र बनाये जाने का भरोसा दिलाया। लिखित में लेने के बाद कोरी समाज के लोग वापस लौट गए। कोरी समाज के आन्दोलन को लेकर कललक्ट्रेट परिसर में पुलिस फोर्स तैनात रहा।
गत 29 दिसंबर को युवा हिन्दू एकता समिति के पदाधिकारियों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर शामली तहसीलदार पर कोरी जाति के लोगों के अनुसूचित जाति के प्रमाण पत्र न बनाये जाने का आरोप लगाया था। उन्होने कहा था कि उप्र सरकार के शासनादेश, उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति आयोग द्वारा निर्देशों के बावजूद कोरी जाति के प्रमाण पत्र नही बनाए जा रहे है, लेकिन पडौसी जिलों में बनाए जा रहे है।
हाईकोर्ट इलाहाबाद के आदेशों के बाद भी तहसील शामली से कोरी जाति के प्रमाण पत्र निर्गत न किए जाने के बाद उन्होने दो जनवरी को कलक्ट्रेट पहुंचकर आत्मदाह करने की चेतावनी दी थी। कोरी समाज की चेतावनी को लेकर मंगलवार को कलक्ट्रेट परिसर में थाना आदर्शमंडी पुलिस सहित भारी पुलिस बल तैनात रहा।
कलक्ट्रेट पहुंचे समिति के अध्यक्ष शिवकुमार कोरी के नेतृत्व में समाज के लोगों से तहसीलदार प्रियंका जयसवाल ने वार्ता की और उनको प्रमाण पत्र निर्गत कराये जाने का भरोसा दिलाया, लेकिन समाज के लोग लिखित में दिए जाने की मांग पर अड गए, जिसके बाद तहसीलदार ने लेखपालों को किए गए आदेशों की कापी देते हुए आगामी दिनों में कोरी जाति के अनुसूचित जाति के प्रमाण पत्र बनाये जाने का आश्वासन दिया।
इस अवसर पर मांगेराम कोरी, नरेश कोरी, अजब सिंह कोरी, मोहनलाल कोरी, मांगेराम, कृष्णपाल, पारस कोरी, दीपक कोरी, शुभम हाथी करोदा, विकास कोरी, अजय सिंह आदि मौजूद रहे।