चंडीगढ़ (बादली)- शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल ने शुक्रवार आश्वासन दिया कि वह पूर्व मुख्यमंत्री सरदार प्रकाश सिंह बादल की तरह लंबी के लोगों की सेवा करने की पूरी कोशिश करेंगे और कहा कि दिवंगत नेता ने अपने अंतिम दिनों में अस्पताल के बिस्तर पर उन्हें यह जिम्मेदारी सौंपी थी।
श्री बादल ने पार्टी उम्मीदवार हरसिमरत कौर बादल की शानदार जीत सुनिश्चित करने के लिये यहां एक धन्यवाद कार्यक्रम आयोजित किया। उन्होंने कहा,‘‘ हम आप सबके इस चुनाव को अपने चुनाव के तौर पर लड़ने के लिये आपके आभारी हैं। ऐसा लगता है कि आप इस बात से नाराज थे कि बादल साहिब 2022 में इस हलके से क्यों हार गये और इसके लिये आप सबने मिलकर तहे दिल से पूरा समर्थन दिया। ’’
उन्होंने लोगों को आश्वासन दिलाते हुये कहा कि वह उनकी सेवा में बिल्कूल कमी नहीं होने देंगें। उन्होंने कहा,‘‘ मुझे सत्ता का कोई लालच नहीं है। वास्तव में बादल साहिब चाहते थे कि मैं 2012 में मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लूं, जब अकाली दल की सरकार दोबारा बनी, लेकिन मैंने इंकार कर दिया। उसके बाद भी ऐसे अवसर आये, लेकिन मैंने संकल्प लिया था कि बादल साहिब ही हमारी अगवाई करेंगें।’’
राज्य में अकाली दल की हार का जिक्र करते हुये अकाली दल अध्यक्ष ने कहा,‘‘ हमें यह समझने की जरूरत है कि हमारे राज्य में क्या सही है। अकाली दल पंजाब के अधिकारों के लिए हमेशा लड़ता रहेगा और मैं लोगों से अपनी क्षेत्रीय पार्टी को मजबूत करने की अपील करता हूं। एकमात्र अकाली दल ही पंजाबियों की आकांक्षाओं को पूरा कर सकता है।’’
इस अवसर पर बठिंडा सांसद हरसिमरत कौर बादल ने लोगों को उन पर विश्वास जताने केे लिये दिल से आभार व्यक्त किया।
उन्होंने कहा, ‘‘मेरी जीत सरदार प्रकाश सिंह बादल को भी श्रद्धांजलि है। लंबी के लोगों ने जहां हर गांव में अकाली दल की बढ़त बनाई है, बल्कि उन लोगों को करारा जवाब दिया है जो बादल साहिब की विरासत को खराब करने की कोशिश कर रहे थे।’’
उन्हाेंने यह भी बताया कि लोकसभा चुनाव में अकाली दल के वोट शेयर में 10 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है और इसने पांच विधानसभा क्षेत्रों में बढ़त हासिल की है। उन्होंने यह भी बताया कि कैसे आम आदमी पार्टी बठिंडा शहरी क्षेत्र में तीसरे नंबर पर आई है और कांग्रेस वहां सभी नौ हलकों में अंतिम स्थान पर रही है।
श्रीमती हरसिमरत कौर बादल राज्य में लोकसभा चुनावों मे चौथी बार जीत हासिल करने वाली एकमात्र उम्मीदवार हैं। उन्होंने 2022 के विधानसभा क्षेत्र के मुकाबले अकेले लंबी विधानसभा क्षेत्र में 34 हजार वोट शेयर हासिल किया है। उनके प्रतिद्धंदी कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डिया आने ही गांव से चुनाव हार गये हैं।