कोलकाता। भाजपा नेता मिथुन चक्रवर्ती के ‘ममता बनर्जी चाहें तो एक दिन में हिंसा खत्म हो सकती है’ वाले बयान पर पश्चिम बंगाल से भाजपा विधायक अग्निमित्रा पॉल की प्रतिक्रिया आई है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री चाहतीं तो यह दंगा कभी नहीं होता। भाजपा विधायक अग्निमित्रा पॉल ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, “मुख्यमंत्री तो राज्य का संरक्षक होता है और हमारी मुख्यमंत्री के पास तो पुलिस विभाग भी है। राज्य की कानून-व्यवस्था की जिम्मेदारी राज्य सरकार की है। मुख्यमंत्री चाहतीं तो यह दंगा कभी नहीं होता।
यह दंगा नहीं है, बल्कि यहां हिंदुओं का कत्लेआम हुआ है। दंगा तब होता, जब हिंदू-मुस्लिम एक साथ लड़ाई करते हैं। मगर, यहां एकतरफा हिंदुओं को चुन-चुनकर मारा गया है। हिंदुओं के घर और उनके बिजनेस को जला दिया गया है और यहां ममता बनर्जी ने नरसंहार किया है। उनको सिर्फ वोट बैंक की राजनीति करनी है, अगर वह 15 साल में कुछ काम करतीं तो उन्हें धर्म की राजनीति नहीं करनी पड़ती।” उन्होंने आगे कहा, “बंगाल में कुछ महीनों के बाद विधानसभा चुनाव होने हैं, इसलिए वह चुनाव में क्या मुद्दा उठाएंगी। ममता बनर्जी सिर्फ मुसलमानों की मुख्यमंत्री हैं। बंगाल की पुलिस मूकदर्शक बनकर खड़ी होकर देखती रही, क्योंकि उन्हें भी कोई निर्देश नहीं दिया गया। ममता बनर्जी सिर्फ पुलिस को नचा रही हैं।” अग्निमित्रा पॉल ने बंगाल की स्थिति को लेकर चिंता जाहिर की। उन्होंने बात करते हुए कहा, “अभी पुलिस की स्थिति बहुत खराब है, क्योंकि ममता बनर्जी ने उनके सम्मान को खत्म कर दिया।
बंगाल की आम जनता अपने हाथ में लॉ एंड ऑर्डर को ले रही है। वे भी जानते हैं कि पुलिस उनके लिए कुछ नहीं करेगी। उन्होंने अपनी इज्जत को खुद खोया है और वे जहां भी जाते हैं, तो सिर्फ मूकदर्शक बनकर देखते रहते हैं। हालांकि, बीएसएफ ने एक घंटे के अंदर ही स्थिति को संभाल लिया था।” मिथुन चक्रवर्ती के ‘ममता जीतीं तो बंगाल में कत्लेआम होगा’ वाले बयान पर उन्होंने कहा, “मिथुन दा ने बिल्कुल सही कहा है। मेरा दृढ़ विश्वास है कि पश्चिम बंगाल के लोग मूर्खता का काम नहीं करेंगे। 2026 में पीएम मोदी के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनेगी। हमें बंगाल के अंदर धर्म की राजनीति करने वाली सरकार नहीं चाहिए, क्योंकि उन्होंने (ममता बनर्जी) बंगाल को 200 साल पीछे कर दिया है। ममता दीदी अगर फिर से सरकार में आती हैं तो कत्लेआम शुरू हो जाएगा। उनको लगता है कि वह तुष्टिकरण की राजनीति करके फिर से मुख्यमंत्री बन जाएंगी। मैं उन्हें बताना चाहती हूं कि वह सीएम नहीं बनेंगी, बल्कि फिरहाद हाकिम या सिद्दीकुल्ला चौधरी या कोई अन्य मुस्लिम नेता मुख्यमंत्री बनेगा।”