पटना। चर्चित चुनावी रणनीतिकार और जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने बिहार के सुल्तानगंज-खगड़िया के बीच गंगा नदी पर निर्माणाधीन पुल के गिर जाने पर कहा कि आम लोगों में चर्चा तेज है कि ये प्रोजेक्ट कहीं न कहीं भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया। उन्होंने नीतीश कुमार को चुनौती देते हुए कहा कि अगर नीतीश कुमार में दम है तो कैमरा के सामने आकर एक लाइन कहकर दिखला दें कि लालू प्रसाद और उनके परिवार के लोग भ्रष्टाचार में शामिल नहीं हैं।
प्रशांत किशोर ने कहा, “बिहार के लोग ये नहीं कहेंगे कि लालू ईमानदार हैं। लालू के लोग भ्रष्टाचार में शामिल नहीं हैं।” उन्होंने कहा कि विकास के नाम पर जनता से टैक्स के रूप में वसूली जा रही गाढ़ी कमाई की बर्बादी हो रही है।
किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार अब कभी लालू प्रसाद को भ्रष्टाचारी नहीं कह सकते। उन्होंने यह भी कहा कि कोई अगर नीतीश कुमार से बुलवा दे कि लालू का परिवार भ्रष्टाचार में लिप्त नहीं है, तो वे लोग जो कहेंगे, मैं मानने के लिए तैयार हूं।
उन्होंने दावा करते हुए कहा कि नीतीश कुमार ऐसा कह ही नहीं सकते, क्योंकि जीवनभर नीतीश कुमार ने अपनी राजनीति ही यही कहकर की है कि लालू भ्रष्ट हैं।
पीके ने कहा, “जिसने चोरी की है, भ्रष्टाचार किया है, उसके साथ आज जनता खड़ी नहीं है। बिहार में आज कोई उनसे सहानुभूति भी नहीं रख रहा है।”