शामली। मंदिरों के पास नियम विरुद्ध चल रहे मीट मांस के नॉनवेज होटल को बंद करवाने के लिए 29 सितंबर में आयोजित हिंदू महापंचायत के बाद थानाभवन पुलिस ने स्वामी यशवीर महाराज सहित हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया था। जिसको लेकर संत समाज एवं हिंदू संगठनों में आक्रोश व्याप्त है। इसी को लेकर संतो के नेतृत्व में दयाल आश्रम में बैठक का आयोजन हुआ आने वाले 10 अक्टूबर को एक चेतावनी ज्ञापन थानाभवन पुलिस को देने की घोषणा की गई है।
शामली जनपद में थानाभवन में आश्रम पंचत्रिर्थी एवं संत रविदास व अन्य धार्मिक स्थलों के पास मांस अंडा आदि मांसाहारी खाद्य पदार्थों के होटल रेहडी आदि चल रहे थे। इसी को बंद करवाने के लिए स्वामी यशवीर महाराज एवं हिंदू संगठन के लोगों ने प्रशासन से मांग की थी लेकिन एक बार होटल बंद करवाने के कुछ दिन बाद ही होटल खुलने पर स्वामी यशवीर महाराज के नेतृत्व में हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं एवं अन्य क्षेत्र के लोगों ने थानाभवन में ताज होटल के बाहर 29 सितंबर को एक हिंदू महापंचायत का आयोजन किया था।
जिसमें एसडीएम सदर एवं क्षेत्राधिकारी श्रेष्ठा ठाकुर थानाभवन पुलिस ने होटल को बंद करवाने का आश्वासन दिया था। जिसके बाद हिंदू महापंचायत को स्थगित करने की घोषणा की गई थी, लेकिन एक दिन बाद ही 30 अक्टूबर को थाना भवन पुलिस ने स्वामी यशवीर महाराज एवं हिंदू संगठन के कुछ नामजद कार्यकर्ताओं व 40 अज्ञात के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया। मुकदमा दर्ज करने को लेकर हिंदू संगठन में आक्रोश फैल गया। इसी को लेकर रविवार के दिन थानाभवन दयाल आश्रम में संत समाज एवं हिंदू संगठन के लोगों की एक बैठक आयोजित हुई।
जिसमें स्वामी यशवीर महाराज स्वामी रामदेव महाराज स्वामी रामनरेश महाराज एवं स्वामी श्याम दास महाराज के नेतृत्व में क्षेत्र के लोगों से आह्वान किया गया कि जिस तरह से पुलिस प्रशासन ने संतों पर एवं हिंदू संगठन के लोगों पर शांति से पंचायत करते हुए अपनी बात रखने को लेकर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। जिसका कोई औचित्य भी नहीं बैठता। यह वास्तव में एक षड्यंत्र जैसा मामला है। अगर यह मुकदमा वापस नहीं लिया जाता तो इसके लिए बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा। आने वाले 10 अक्टूबर को संत समाज एवं हिंदू संगठन के कार्यकर्ता व क्षेत्र के लोग बड़ी संख्या में थानाभवन पुलिस को एक चेतावनी ज्ञापन देंगे।
जिसमें मुकदमे को निरस्त करने की मांग की जाएगी। अगर पुलिस मुकदमे को वापस नहीं लेती तो देश भर से संत समाज एवं हिंदू संगठन के लोग जेल भरो आंदोलन शुरू करेंगे और अपनी गिरफ्तारियां देंगे यह जेल भरो आंदोलन तब तक चलता रहेगा जब तक पुलिस प्रशासन इस मुकदमे को वापस नहीं लेगा और मांस मीट के होटल हमेशा के लिए बंद नहीं करवा देता।