– सुभाष शिरढोनकर
जिनकी फिल्में ओपनिंग डे पर 5 करोड़ का बिजनेस भी नहीं कर पाती और जो 20 करोड़ की फीस
चाहते हैं, ऐसे स्टार्स को हाल ही में फिल्म मेकर करण जौहर ने आड़े हाथों लेते हुए कहा कि यदि
हमें फिल्म इंडस्ट्री के हालात सुधारने हैं तो हमें इस तरह की चीजों से बचना होगा।
करण जौहर इन दिनों ’रॉकी और रानी की प्रेम कहानी’ में बिजी हैं। एक लंबे अरसे बाद वह इस फिल्म
के जरिए डायरेक्शन में वापसी करने जा रहे हैं। यह फिल्म इसी साल सिनेमाघरों में दस्तक देगी।
इसके साथ ही खबरें आ रही हैं कि करण जौहर, सैफ अली खान के बेटे इब्राहिम अली खान को
बॉलीवुड में लांच करने की तैयारी कर रहे हैं और इब्राहिम की यह तथाकथित डेब्यू फिल्म भी इस
साल आ सकती है।
इस तरह की खबर है कि इब्राहिम अली खान के डेब्यू फिल्म की कहानी डिफेंस फोर्स के इर्द गिर्द होगी
और इसे करण जौहर सिर्फ प्रोडयूस करेंगे जबकि बॉलीवुड के जाने माने केरेक्टर आर्टिस्ट बोमन
ईरानी के बेटे कायोज ईरानी फिल्म को डायरेक्ट करेंगे। फिल्म में इब्राहिम का बेहद अहम किरदार
होगा।
इब्राहिम अली खान ने करण जौहर की अपकमिंग फिल्म ’रॉकी और रानी की प्रेम कहानी’ में उन्हें
असिस्ट किया है। इस फिल्म में रनबीर कपूर, आलिया भट््ट, शबाना आजमी, जया बच्चन और
धर्मेन्द्र नजर आएंगे। यह फिल्म इस साल 28 अप्रैल को सिनेमाघरों में रिलीज होने जा रही है।
यह कोई पहली बार नहीं है जब करण जौहर ने स्टार्स की फीस को लेकर इस तरह की बात कही है।
इसके पहले भी समय समय पर, करण जौहर इस मुद्दे पर अपनी राय देते रहे हैं लेकिन इस बार
तो लगभग उन्होंने सितारों को लताड़ लगाते हुए यह बात कही है।
आखिर क्या वजह है या उनके मन में ऐसी क्या टीस है जो रह रह कर बाहर आती रहती है ? करण
जौहर ने अपनी फिल्म निर्माण कंपनी धर्मा प्रोडक्शन दो लोगों के साथ एक स्टार्ट अप की तरह शुरू
किया था और वह आज कड़ी मेहनत और समर्पण से इस मुकाम तक पंहुच सके हैं। ऐसे में उनके
मन में इस तरह की टीस उठना स्वाभाविक है और उसके चलते उनका कहना है कि आप ओपनिंग
डे पर 5 करोड़ भी नहीं कमा रहे हैं और आप 20 करोड़ की मांग करते हो तो इसे किस तरह
न्यायसंगत ठहराया जा सकता है।
करण जौहर अपने इस तर्क के समर्थन में एक बेहद शानदार उदाहरण पेश करते हुए कहते हैं कि उनके
मेटरनल अंकल यश जी हमेशा कहा करते थे कि एक फिल्म कभी फेल नहीं होती बल्कि उसे फेल
उसका बजट करता है और उनकी बात बिलकुल सच है।
करण जौहर पहली बार इस तरह की बात करते हुए बहुत इमोशनल नजर आए। उन्होंने अपनी बात को
यहीं खत्म नहीं किया। उनका कहना था कि ’मुझमें बहुत इमोशन है, मेरा दिल हिंदी सिनेमा में है
लेकिन अगर आप एक बिजनेसमैन के रूप में मुझसे पूछते हैं तो मुझे लगता है कि तेलुगु इंडस्ट्री
बहुत ज्यादा अटैªक्टिव है। वहां हर फिल्म बजट को ध्यान में रखकर बनाई जाती है और हर फिल्म,
मेकर को कुछ न कुछ देकर जाती है’।
करण जौहर अपनी बात जारी रखते हुए कहते हैं कि ’एक बेहद सफल फिल्म जितना कमाती है,
उसका एक बड़ा हिस्सा फिल्म स्टार के पास चला जाता है लेकिन स्टार्स यह समझना नहीं चाह रहे
हैं कि वो जिस डाल पर बैठे हैं उसी को काटने में लगे हुए हैं’।
करण जौहर अत्यंत भावुक मुद्रा में कहते हैं कि ’भ्रम एक ऐसी बीमारी है, जिसकी कोई वैक्सिन भी
नहीं है’। करण कहते हैं कि कभी कभी मन करता है कि मुंबई छोड़कर स्थाई तौर पर हैदराबाद में
बस जाऊं लेकिन उनके दिल में सिर्फ और सिर्फ मुंबई है इसलिए वह चाहकर भी ऐसा कुछ नहीं कर
पा रहे हैं।
करण जौहर अपने स्टूडेंट वरूण धवन के साथ काम करने के लिए बहुत ज्यादा बेताब हैं। वह चाहते हैं
कि वरूण के साथ कोई साउथ की फिल्म बनाएं। वरूण खुद भी साउथ की फिल्में करने के लिए
काफी बेताब हैं। (अदिति)