लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बड़े मुस्लिम नेताओं में इमरान मसूद की ‘घर वापसी’ हो गई है। ‘हाथी’ का साथ छोड़कर आए पूर्व बसपा नेता ने’पंजे’ का दामन थाम लिया है। लोकसभा चुनाव से पहले इमरान मसूद को पाले में कर कांग्रेस ने बड़ा सियासी दांव चला है। कांग्रेस की नजर मुस्लिम वोट बैंक पर है। सियासी पंडितों का कहना है कि लोकसभा चुनाव में इमरान मसूद के सहारे कांग्रेस वैतरणी पार करना चाहती है। दिल्ली में संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने इमरान मसूद का फूलों का गुलदस्ता देकर स्वागत किया। कांग्रेस संचार विभाग के प्रभारी पवन खेड़ा, वरिष्ठ नेता राजीव शुक्ला व उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय तथा पार्टी के पश्चिमि उत्तर प्रदेश के प्रभारी सचिव प्रमोद नरवाल की मौज़ूदगी में श्री मसूद ने यहां पार्टी मुख्यालय में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की।
श्री मसूद के कांग्रेस में शामिल होने पर कांग्रेस नेताओ ने खुशी जताई और कहा कि आज उत्तर प्रदेश में ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के बाद माहौल बदल रहा है तथा आने वाले समय में कई अन्य लोग कांग्रेस से जुड़ेंगे। पार्टी नेता राहुल की यात्रा के बाद पूरे देश में परिवर्तन का एक माहौल बना है। उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा का असर हिमाचल और कर्नाटक के चुनाव में दिखाई दिया है। कांग्रेस का कारवां निरंतर बढ़ रहा है और अगले 2-3 महीने में चार राज्यों के चुनाव में कांग्रेस जीत रही है और देश में बहुत बड़ा राजनीतिक परिवर्तन होने वाला है। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस जीतेगी और केंद्र में सरकार बनाएगी।
इमरान मसूद ने कहा,“कांग्रेस में शामिल करने के लिए पार्टी नेतृत्व का आभार व्यक्त करता हूँ। पहले कांग्रेस छोड़कर नहीं जाना चाहता था लेकिन हालात ऐसे बने कि जाना पड़ा लेकिन अब कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के बाद परिवर्तन आया है। उससे पूरा माहौल बदल गया है। कांग्रेस छोड़कर जाने से अब पार्टी की नेता प्रियंका गांधी वाड्रा के सामने जाने में शर्मिंदगी होगी लेकिन उनको धोखा दिया था इसके लिए उनसे माफी मांगूगा।”
इमरान मसूद ने कहा, “मैंने बसपा से छुट्टी नहीं बल्कि बसपा ने मुझे छोड़ दिया। उन्होंने कहा, “‘मैं कभी कांग्रेस को छोड़ना नहीं चाहता था। खुदा का शुक्र है कि प्रियंका और राहुल गांधी ने पार्टी में शामिल होने का मौका दिया। उन्होंने गांधी परिवार से अपनी प्रतिबद्धता को भी जाहिर किया।
आपको बता दें कि इमरान मसूद ने राजनीति की शुरुआत बतौर निर्दलीय विधायक के तौर पर की थी। 2027 में सपा से विधानसभा चुनाव का टिकट नहीं मिलने पर उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर जीत दर्ज की। यूपी की राजनीति में घाट-घाट का पानी पीनेवाले इमरान मसूद ने 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को छोड़ने का एलान कर दिया। घर वापसी के बाद उन्होंने बसपा सुप्रीमो मायावती पर भी बड़ी बात कही। बसपा में मेरी सोच थी कि सभी को एक साथ मिलकर काम करना चाहिए, मुझे नहीं पता कि बहन जी (मायावती) को किसने किस तरह से समझाया। मैंने सिर्फ इतना कहा था कि यह समय की मांग है।” मैंने उनसे (मायावती) कहा कि आपको गठबंधन में आना चाहिए। इस वजह से उन्होंने मुझे निकाल दिया और फिलहाल मैं किसी भी पार्टी में नहीं हूं।’ उन्होंने कहा कि मायावती बहुत कम लोगों से मिलने की इच्छुक होती हैं।