नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तुष्टीकरण को लेकर कांग्रेस पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा है कि कांग्रेस के शहजादे (राहुल गांधी ) लोगों की संपत्ति का आधा हिस्सा छीनकर अपने वोट बैंक को देना चाहते हैं।
उन्होंने कांग्रेस पर पहले भी इस तरह का काम करने का आरोप लगाते हुए कहा कि 2014 में लोकसभा चुनाव की घोषणा होने के समय वोट पाने के लिए मनमोहन सिंह की रिमोट कंट्रोल वाली सरकार, जिसे सोनिया गांधी पीछे से चलाती थीं, ने वोट बैंक के लिए वोट-जिहाद करने वालों से समझौता कर दिल्ली की बेशकीमती 123 संपत्तियों को रातों-रात वक्फ बोर्ड को सौंप दिया था, ताकि इनका वोट बैंक खुश होकर इन्हें वोट दें।
उन्होंने गांधी परिवार पर निशाना साधते हुए कहा कि एक जमाना था, जब कांग्रेस पूरे देश पर राज करती थी। कांग्रेस की 4 पीढ़ियों ने दिल्ली पर राज किया, लेकिन आज इनमें दिल्ली की 4 सीट पर लड़ने की ताकत नहीं रही। कांग्रेस की हालत अब इतनी खराब हो गई है कि यह वहां भी नहीं लड़ पा रही है, जहां इनका 10, जनपथ ( सोनिया गांधी का घर ) का दरबार है। लेकिन फिर भी कांग्रेस का घमंड नहीं टूटा है।
पीएम मोदी ने शनिवार को उत्तर-पूर्वी दिल्ली के घोंडा विधानसभा क्षेत्र में पूर्वी दिल्ली से पार्टी उम्मीदवार हर्ष मल्होत्रा, चांदनी चौक से प्रवीण खंडेलवाल और उत्तर-पूर्वी दिल्ली से पार्टी उम्मीदवार मनोज तिवारी के समर्थन में जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस और आम आदमी पार्टी पर जोरदार हमला बोला।
उन्होंने कहा कि इंडी गठबंधन दिल्ली को तबाह करने में जुटा है, ये लोग दिल्ली को लूटने का कोई मौका नहीं छोड़ते हैं। उन्होंने विपक्षी गठबंधन को मौकापरस्त गठबंधन बताते हुए कहा कि ये मौकापरस्त गठबंधन तुष्टीकरण के लिए देश में हिंसा भी फैला सकता है। जब सीएए कानून आया था, तब इन्होंने दिल्ली को महीनों के लिए बंधक बना दिया था। पहले रास्ते रोके, फिर दंगे कराए।लेकिन आज पूरा देश देख रहा है कि इनके झूठ का पर्दाफाश हो चुका हैं। दिल्ली में वर्षों से रह रहे शरणार्थियों को भारत की नागरिकता मिल रही है। इनमें हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई हैं जो प्रताड़ित होकर भारत आएं है और इनमें भी ज्यादातर संख्या दलित परिवारों की है।
उन्होंने कहा कि इंडी गठबंधन वाले घुसपैठियों के लिए आंसू बहाते हैं, लेकिन जिनके साथ 1947 में जुल्म हुआ, उनको हिकारत की नजर से देखते हैं। इनके घोषणापत्र को देखकर ऐसा लगता है कि ये मुस्लिम लीग के दबाव में तैयार किया गया है। तुष्टीकरण की जिद में ये लोग पूरे देश को साम्प्रदायिकता की भेंट चढ़ाना चाहते हैं। बाबा साहेब अंबेडकर धर्म के आधार पर आरक्षण के खिलाफ थे, लेकिन ये खुलेआम एससी, एसटी और ओबीसी का आरक्षण धर्म के आधार पर बांटने की बात कह रहे हैं।अयोध्या में राम मंदिर को लेकर दिए गए सुप्रीम कोर्ट के फैसले को भी ये लोग पलटना चाहते हैं।
पीएम मोदी ने लोकसभा चुनाव की घोषणा होने के बाद दिल्ली में अपनी पहली चुनावी रैली को संबोधित करते हुए अपनी सरकार द्वारा पिछले 10 वर्षों में दिल्ली में किए गए विकास कार्य गिनाए। उन्होंने कहा कि एक तरफ भारत सरकार दिल्ली का चौतरफा विकास कर रही है, दिल्ली के हर गरीब और मध्यम वर्ग के व्यक्ति के जीवन को आसान बनाने का प्रयास कर रही है तो वहीं दूसरी तरफ इंडी गठबंधन दिल्ली को तबाह करने में जुटा है। ये लोग दिल्ली को लूटने का कोई मौका नहीं छोड़ते। ये भ्रष्टाचार मिटाने के नाम पर आए थे और अब हजारों करोड़ के घोटाले में जेल के चक्कर लगा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस तो अब पूरी तरह से एक्सपोज हो गई है। पहले कांग्रेस वाले शराब घोटाले को लेकर तूफान मचाए रहते थे, फिर शाही परिवार के कहने पर कांग्रेस ने भ्रष्टाचारियों को गले लगा लिया, जिसकी वजह से कांग्रेस के स्थानीय नेताओं को भी समझ नहीं आ रहा कि करें तो क्या करें?
पीएम मोदी ने कांग्रेस और आप के गठबंधन पर कटाक्ष करते हुए कहा कि दिल्ली और हरियाणा में दोस्ती और पंजाब में कुश्ती, यह ढोंग कब तक चलेगा? दुनिया देख रही है कि कैसे एक भ्रष्टाचारी दूसरे भ्रष्टाचारी को कवर दे रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए यह भी कहा कि उनका कोई वारिस नहीं है, देश के 140 करोड़ लोग ही उनके वारिस हैं, इसलिए वो देश के लोगों के लिए लगातार मेहनत कर रहे हैं। उनका पल-पल देश के लिए है और भारत के लोगों के सपनों को सफल बनाने के लिए उनकी जिंदगी कुर्बान है।
प्रधानमंत्री ने दिल्ली के मतदाताओं को संबोधित करते हुए कहा, ” मैं न अपने लिए मैं जिया हूं, न ही अपने लिए जन्मा हूं। मैं आपके लिए, आपके बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए जी-जान से खप रहा हूं। 50-60 साल पहले मैं अपना घर छोड़कर निकला था, तब मुझे भी पता नहीं था कि एक दिन लालकिले पर तिरंगा फहराऊंगा। तब मुझे पता नहीं था कि 140 करोड़ भारतीय मेरा परिवार बन जाएंगे।”
उन्होंने विकसित भारत के लिए अपने संकल्प लोगों के सामने रखते हुए कहा कि देश में एक मजबूत सरकार की जरूरत है और इसके लिए उन्हें मजबूत साथियों की जरूरत है, इसलिए दिल्ली के लोगों को हर बूथ में कमल खिलाकर भाजपा के सभी सातों उम्मीदवारों को विजयी बनाना होगा।
रैली में आए लोगों की भीड़ से उत्साहित प्रधानमंत्री मोदी ने दावा किया कि लोगों के उत्साह, उमंग और इस अपार भीड़ को देखकर यह लग रहा है कि देश में फिर एक बार मोदी सरकार बनने जा रही है। उन्होंने कहा कि उन्होंने लाल ले से कहा था कि यही समय है, सही समय है।
उन्होंने लोकतंत्र के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जाहिर करते हुए कहा कि 2024 का यह लोकसभा चुनाव भारत को टॉप 3 अर्थव्यवस्था में लाने का चुनाव है, भारत को उन ताकतों से बचाने का चुनाव है, जो अपनी आर्थिक नीतियों से भारत को दिवालिया बना देना चाहते हैं, यह चुनाव देश को उन ताकतों से बचाने का चुनाव है जो गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों से उनकी संपत्ति छीन लेना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि यह चुनाव उन लोगों को हराने का चुनाव है, जिनके-भाई भतीजावाद और परिवारवाद ने भारत के युवाओं के भविष्य को बर्बाद कर दिया है। 2024 का चुनाव गरीब और मध्यम वर्ग के जीवन को आसान बनाने, उनके जीवन में खुशियां लाने, भारत के युवाओं के लिए नए अवसर बनाने और मजबूत भारत बनाने का चुनाव है। यह उन ताकतों को हराने का चुनाव है, जो भारत को कमजोर करना चाहती हैं।