नयी दिल्ली- केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने कथित रिश्वत मामले में उत्तर प्रदेश के बागपत में तैनात पंजाब नेशनल बैंक के एक शाखा प्रबंधक और फील्ड अधिकारी को गिरफ्तार किया है।
केंद्रीय जांच एजेंसी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। सीबीआई ने कहा कि शाखा प्रबंधक और फील्ड ऑफिसर के खिलाफ एक शिकायत के आधार पर 31 जुलाई को मामला दर्ज किया गया था।
यह आरोप लगाया गया था कि शिकायतकर्ता का बागपत के पंजाब नेशनल बैंक में उसके और उसके दादा के नाम पर संयुक्त रूप से एक केसीसी खाता था। आगे कहा गया कि उक्त केसीसी खाते में 4.95 लाख रुपये की राशि स्वीकृत की गई थी और उसे बचत बैंक खाते में वितरित किया गया था।
आरोप है कि उक्त बचत बैंक खाते की 50 हजार रुपये की राशि शाखा प्रबंधक ने रोक रखी थी। जब शिकायतकर्ता ने शाखा प्रबंधक और फील्ड अधिकारी से इसके बारे में पूछताछ की तो दोनों ने उक्त राशि जारी करने के लिए शुरुआत में 35,000 रुपये की कथित रिश्वत मांगी। जांच एजेंसी ने कहा कि बाद में रिश्वत की रकम घटाकर 25,000 रुपये कर दी गई।
सीबीआई ने जाल बिछाया और आरोपियों को उस समय पकड़ लिया जब वे शिकायतकर्ता से कथित तौर पर 25,000 रुपये की रिश्वत ले रहे थे।टीम शाखा प्रबंधक को साथ लेकर जगह-जगह छापा मार रही है और उससे पूछताछ करने में जुटी है।
खेकड़ा के मोहल्ला मुंडाला निवासी शुभम धामा ने सीबीआई गाजियाबाद के भ्रष्टाचार निरोधक सेल में शिकायत दर्ज कराई थी। उसने कहा था कि पाठशाला पुलिस चौकी के पास पंजाब नेशनल बैंक की शाखा से कृषि भूमि पर पांच लाख रुपये का लोन लेना था। जिसके लिए प्रबंधक ललित यादव उससे 25 हजार रुपये मांग रहे हैं।
इस शिकायत पर टीम खेकड़ा पहुंची और शुभम को रुपए लेकर प्रबंधक के पास भेजा। जहां रुपए देते ही टीम ने छापा मारा और प्रबंधक को 25 हजार रिश्वत लेते रंगे हाथ दबोच लिया। वहां पुलिस ने काफी रिकॉर्ड खंगाला और शाखा प्रबंधक को हसनपुर मसूरी गांव में उसके घर भी लेकर पहुंची। वहां छानबीन करने के साथ ही परिवार के सदस्यों के घरों में जाकर छानबीन की गई। वहीं देर रात तक चली पूछताछ के बाद बैंक शाखा प्रबंधक ललित यादव को टीम अपने साथ लेकर रवाना हो गई, फिलहाल इस मामले में अभी पड़ताल जारी है।