बिजनौर| उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले में बुधवार को एक बार फिर तेंदुए ने 3 साल के बच्ची को गंभीर रूप से घायल कर दिया और उसे घसीट कर गन्ने के खेत में ले जाने की कोशिश की, लेकिन बच्ची की चीख-पुकार से पिता और आसपास के ग्रामीण सतर्क हो गए और वे उसे बचाने के लिए शोर मचाते हुए दौड़ पड़े। शोर सुनकर तेंदुए ने बच्ची को छोड़ दिया। बच्ची की पहचान 3 वर्षीय गायत्री के रूप में हुई है। शोर सुनकर तेंदुआ बच्ची को छोड़कर जंगल की ओर भाग निकला।
लड़की की गर्दन और चेहरे पर गहरे घाव हैं। उसे स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
घटना अफजलगढ़ थाना क्षेत्र के आसफाबाद चमन गांव की है।
गन्ने के खेत तेंदुए के लिए सुरक्षित ठिकाना हैं। अधिकारियों के मुताबिक, गन्ने के खेतों के बीच कम से कम 150 तेंदुए रहते हैं।
बिजनौर संभागीय वनाधिकारी (डीएफओ) अरुण कुमार ने कहा कि हमने तेंदुए को पकड़ने के लिए संवेदनशील क्षेत्रों में पिंजरे लगाए हैं। क्षेत्र में रहने वाले ग्रामीणों को भी सतर्क कर दिया गया है। हमने ग्रामीणों से अपने खेतों में उद्यम करने की अपील की है। और बच्चों को अकेला न छोड़ने को कहा है।
गौरतलब है कि पिछले कुछ सालों से तेंदुआ गन्ने के खेतों में शरण ले रहा है।