गाजियाबाद। ट्रॉनिका सिटी क्षेत्र में तीन अक्तूबर की रात संगीता की हत्या करने के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। संगीता की हत्या उनके ही छोटे बेटे सुधीर उर्फ मोहित उर्फ चुल्लक ने दो दोस्तों के साथ मिलकर की थी। पूछताछ में सुधीर ने बताया कि मां उसे नकारा और निकम्मा कहती थी। उसे मां से इसी की खुन्नस थी। नवरात्र में मां से 20 हजार रुपये मांगे थे। मां ने नहीं दिए। इस पर खुन्नस और बढ़ गई। इसी के गुस्से में मां को मार डाला।
डीसीपी ग्रामीण सुरेंद्रनाथ तिवारी ने बताया कि पकड़े गए आरोपी गांव मंडोला निवासी सुधीर उर्फ मोहित उर्फ चुल्लक, सचिन त्यागी उर्फ चूहा और अंकित उर्फ गुर्दा हैं। सचिन और अंकित सुधीर के दोस्त हैं। सचिन रंगाई-पुताई का काम करता है और अंकित दूध का। सुधीर ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि वह डीजे का काम करता है।
उसका एक बड़ा भाई और एक बहन है। बड़ा भाई अपने परिवार के साथ दिल्ली शाहदरा में रहकर गार्ड की नौकरी करता है। पिता सुनील हापुड़ में एक फार्म हाउस पर नौकरी करते हैं। नवरात्र में उसे मोहल्ले के लोगों के साथ ज्वाला देवी से ज्योति लाने के लिए जाना था। डीजे के स्पीकर के लिए उसके 20 हजार रुपये की जरूरत थी। उसने यह रकम मांगी तो मां ने उसे उल्टा सीधा बोला और कहा कि तू नकारा है, घर में पड़ा रहता है, मेरी कमाई खाता है। अपने नाम का प्लॉट बड़े बेटे के नाम करुंगी।
सुधीर ने पुलिस को बताया कि मां के मुंह से नकारा और निकम्मा शब्द सुनकर उसका खून खौल उठता था। इस बार इतना गुस्सा आया कि मां की जान लेने की ही सोच ली और साजिश तैयार कर ली। वह दो अक्तूबर की रात कालका जी जोत लेने चला गया। तीन अक्तूबर की सुबह वापस आकर सो गया और दोपहर में मंडोला में दोस्त सचिन व अंकित के साथ शराब पी। इसके बाद रात को फैक्टरी से मां को लेने गया और रास्ते में सचिन व अंकित साथ मिलकर हत्या कर दी।