ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा वेस्ट स्थित गौर सिटी के 14 एवेन्यू सोसायटी में शनिवार सुबह से हंगामा चल रहा है। हंगामा हनुमान जी के मंदिर को हटाने को लेकर हो रहा है।
यहां रह रहे निवासियों का आरोप है कि बीती रात सीसीटीवी कैमरा बंद करके बिल्डर और मेंटेनेंस के लोग यहां स्थापित मंदिर को यहां से उठा ले गए और यहां जबरन लोगों को पार्किंग अलॉट कर उनसे पार्किंग लगाने की बात की जा रही है। मौके पर पुलिस पहुंची है और जांच कर रही है।
इस मामले में निवासियों ने बिल्डर और पुलिस से पहले भी शिकायत की थी। निवासियों की मांग है कि इस सोसाइटी में एक छोटा सा मंदिर होना चाहिए, जहां पूजा-पाठ की जा सके। लेकिन बिल्डर ने किसी भी तरीके से कोई भी जगह देने से इनकार कर दिया था।
दरअसल ग्रेटर नोएडा वेस्ट में बनी सबसे पॉश हाईराइज सोसाइटी गौर सिटी के 14 एवेन्यू में बीते कई हफ्तों से निवासी बिल्डर से एक मंदिर स्थापित करने की मांग कर रहे थे। लेकिन बिल्डर उन्हें कोई भी जगह नहीं दे रहा था। इसके बाद लोगों ने सोसाइटी में खाली पड़े एक जगह पर बजरंगबली की मूर्ति स्थापित कर वहां पर एक छोटा सा मंदिर बना दिया और पूजा पाठ करने लगे।
इसकाेे लेकर बिल्डर और निवासियों के बीच काफी कहासुनी भी हुई और बात पुलिस थाने तक भी पहुंची। उसे वक्त पुलिस ने दोनों को समझाबूझकर लौटा दिया था। इसके बाद आज सुबह जब सोसाइटी के लोग सो कर उठे तो उन्होंने देखा की हनुमान जी का मंदिर वहां से पूरी तरह हटा दिया गया है और मार्किंग कर वहां पर लोगों को पार्किंग अलॉट कर दी गई है। लोगों ने हंगामा शुरू किया और बिल्डर के खिलाफ नारेबाजी की।
बजरंगबली को वापस लाओ के नारे भी जमकर सोसाइटी में लगाए गए। सोसाइटी के लोगों का आरोप था कि मंदिर के साथ दानपत्र भी गायब है, इसमें स्थाई मंदिर बनाने के लिए पैसे जमा किए जा रहे थे। इसके साथ ही साथ जिस महिला को यह पार्किंग अलॉट की गई है, उससे भी एक वीडियो के माध्यम से यह बयान दिया कि उसे मंदिर होने से कोई आपत्ति नहीं है, उसे पार्किंग नहीं चाहिए।
इस मामले को लेकर पुलिस ने बयान जारी कर बताया है कि थाना बिसरख क्षेत्र के अंतर्गत 14 एवेन्यू रेजिडेंस राहुल कौशिक तथा अन्य व्यक्तियों द्वारा एक अस्थाई पार्किंग में मंदिर बनाकर हनुमान जी की मूर्ति स्थापित की गई। इसकी शिकायत पार्किंग के स्वामियों द्वारा मेंटेनेंस ऑफिस में जाकर पूर्व में की गई थी।
मेंटिनेंस द्वारा इनको पार्किंग स्थल से मंदिर हटाने के सम्बन्ध में नोटिस दिया गया था तथा रूपए चोरी कराने वाली बात असत्य है, आज मेंटिनेस द्वारा बताया गया कि बाजार में मिलने वाले मार्बल्स से बने मन्दिर में मूर्ती स्थपित की गई थी, पार्किंग होने के कारण किसी गाड़ी के टकराने के कारण मूर्ती खंडित हो सकती थीं। इसके दृष्टिगत वहा से मूर्ति को हटा दिया गया है।
लोगों का आरोप है कि बिल्डर मनोज गौर बड़ा आदमी है और पुलिस भी उसका ही सपोर्ट कर रही है। इसकी वजह से ही मंदिर को बस हटाया गया है और मंदिर को तब हटाया गया जब सीसीटीवी बंद कर दिए गए।