कन्नौज। पुलिस ने एक फर्जी आईपीएस को दबोचा है। पकड़ा गया फर्जी आईपीएस अपने एक साथी के साथ ऐप के जरिये पुलिस अधिकारी का सीयूजी नम्बर बनाकर पुलिस पर रौब झाड़ता था और मन मुताबिक काम करवाता। सीओ सदर को दो बोतल शराब के लिये फोन करने के बाद मामला सन्दिग्ध लगने पर जांच शुरू की तो फर्जी आईपीएस का भंडाफोड़ हो गया।
सीओ सदर कमलेश कुमार के पास होली के दिन एडीजी पुलिस हेडक्वार्टर के सीयूजी नम्बर से कॉल आई। अधिकारी की कॉल सोच जैसे ही सीओ ने उसे रिसीव किया, सामने वाले ने खुद को एडीजी पुलिस हेड क्वार्टर बताते हुए पहले सीओ को धमकाया, फिर दो बोतल शराब अपने एक जानने वाले को पहुंचाने के लिये कहा।
इतने बड़े अधिकारी के मुंह से दो बोतल शराब की डिमांड सुनकर सीओ को कुछ शक हुआ। जिसके बाद उन्होंने सीधे एसपी अमित कुमार आनंद से सम्पर्क कर पूरा मामला बताया। सीओ के शक के आधार पर जब एसपी साइबर सेल से कॉल डिटेल निकलवाते हैं तो ऐप के जरिये फेंक नम्बर बनाकर कॉल करने की सच्चाई सामने खुलकर आ गई। जिसके बाद एसपी पूरे मामले में साइबर सेल और एसओजी टीम को कॉल करने वाले की तलाश में लगाया गया। एसओजी की जांच में तिर्वा के टड़वा गांव का गोपाल तिवारी के फर्जी आईपीएस होने की पुष्टि हुई। जिसके बार योजनाबद्ध तरीके से पुलिस ने गुरुवार को उसे गिरफ्तार कर लिया।
एसपी ने बताया कि गोपाल का एक साथी फतेहगढ़ निवासी अनुज अग्निहोत्री है। दोनों मिलकर ऐप के जरिये पुलिस अधिकारियों के नम्बर बना विवेचनाओं को प्रभावित करने, स्कार्ट लेने और ठगी का काम करने में माहिर हैं। गोपाल पर पहले झांसी में भी मुकदमा दर्ज है। गिरफ्तार अभियुक्त के खिलाफ विधिक कार्रवाई की जा रही है।