कानपुर देहात- ज़िले की मैथा तहसील के गांव मड़ौली में मां-बेटी के जलकर मौत के बाद उठा तूफान अभी शांत भी नहीं हुआ था कि उसी परिवार के साथ अफसरों की एक और करतूत सामने आ गयी।
मंगलवार को समाजवादी पार्टी ने अपने ट्विटर हैंडल से एक वीडियो ट्वीट कर नया बखेड़ा कर दिया जिस युवक की माँ-बहन की जलकर मौत हो गयी थी ,उसी युवक शिवम का डीएम दफ्तर पर एक वीडियो सपा ने वायरल किया है, जिसमे वह कलेक्ट्रेट में एडीएम के सामने ठण्ड में कपडे उतारता दिख रहा है।
सपा के ट्वीट में लिखा है कि 14 जनवरी को कृष्ण गोपाल दीक्षित का परिवार कलेक्ट्रेट पहुंचा था तब उनके बेटे शिवम के कडक़ड़ाती में ठंड में कपड़े उतरवा दिए गए थे। वीडियो में शिवम कपड़े उतारते दिख रहा है।
समाजवादी पार्टी ने जो वीडियो ट्वीट कर जिला प्रशासन पर सवाल उठाए हैं वास्तव में उस वीडियो में एडीएम प्रशासन केएन गुप्ता के सामने मृतका का बेटा शिवम कपड़े उतार रहा है।
सवाल ये है 14 जनवरी को भयंकर ठंड में क्या शिवम अपने मन से कपड़े उतार रहा था या फिर पुलिस प्रशासन के लोग उसे ऐसा करने पर मजबूर कर रहे थे। वीडियो में एक बात साफ दिख रही है कि इस घटनाक्रम के दौरान एडीएम व पुलिस के लोग सामने खड़े हैं।
सपा की तरफ से ट्वीट किए गए वीडियो के बाद एडीएम प्रशासन ने सामने आकर सफाई दी है। एडीएम केएन गुप्ता ने कहा कि किसी भी अफसर ने उनके कपड़े नहीं उतरवाए थे। वह स्वयं कपड़े उतार कर धमकी दे रहे थे हालांकि क्या धमकी दे रहे थे इस पर एसडीएम कुछ नहीं बोले। वीडियो में दिख रहा है कि इस परिवार को एडीएम प्रशासन की गाड़ी में बैठाया जा रहा था।
एडीएम के सफाई देने के बाद मड़ौली गांंव की मृतका के बेटे शिवम दीक्षित ने कहा कि 14 जनवरी को कलेक्ट्रेट परिसर में एडीएम प्रशासन केएन गुप्ता ने इसलिए कपड़े उतरवाए थे कि खुले आसमान के नीचे बिना कपड़े के ठंड लगेगी तो परिवार खुद वहां से अपने आप घर चला जाएगा।
शिवम ने आरोप लगाया कि इस बीच वहां एएसपी समेत अन्य अफसर भी मौजूद थे। कलेक्ट्रेट परिसर में जुल्म करने के बाद भी उसके परिवार के विरूद्ध ही बलवा व धारा 144 का उल्लंघन करने की रिपोर्ट दर्ज करा दी गई थी। शिवम ने घटना के बाद आरोपियों की गिरफ्तारी न किए जाने का भी आरोप लगाया है।
आपको बता दे कि 3 फरवरी को मड़ौली गांव में मैथा में सगी मां-बेटी ने आत्मदाह कर लिया था, तहसील प्रशासन कृष्ण गोपाल दीक्षित के यहां अतिक्रमण हटाने पहुंचा था, पुलिस प्रशासन से परिवार गुहार लगाता रहा कि झोपड़ी न उजाड़ी जाए, प्रशासन ने बुलडोजर से झोपड़ी ढहाई जिसके बाद झोपड़ी में आग लगी और मां-बेटी जलकर राख हो गईं। प्रशासन पर हत्या का भी आरोप लगा है. योगी सरकार ने घटना के SIT जांच के आदेश दिए है और कई अफसरों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया गया है।