खतौली। ऑपरेशन के दौरान महिला की आंत काटने की आरोपी झोलाछाप डॉक्टर रातों-रात अपने क्लिनिक पर लगे बोर्ड को उतारने के अलावा अपना पूरा थियेटर उखाड़ कर भूमिगत हो गई है। सोमवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मोहल्ला इस्लामनगर में झोलाछाप महिला डॉक्टर की हकीकत जानने के लिए छापामार कार्यवाही की, लेकिन मौके पर स्वास्थ्य विभाग की टीम को झोलाछाप महिला डॉक्टर का कोई सुराग नहीं मिल सका।
अलबत्ता मोहल्ले वालों ने आगे आकर झोलाछाप महिला डॉक्टर के मरीजों की जिंदगी के साथ किए गए खिलवाड़ की जानकारी स्वास्थ्य विभाग की टीम को देकर कार्यवाही किए जाने की मांग की है। जानकारी के अनुसार मोहल्ला इस्लामनगर निवासी मोबीन का आरोप है कि बीती 17 फरवरी को गर्भ में पांच माह का बच्चा मृत होने का पता चलने पर उसने अपनी पत्नी अंजुम को मोहल्ले में ही क्लिनिक चलाने वाली एक महिला डॉक्टर को दिखाया था। महिला चिकित्सक ने पत्नी अंजुम की जान बचाने के लिए तत्काल ऑपरेशन करने की सलाह देकर पांच हज़ार रुपए एडवांस जमा कराए थे। मोबीन का आरोप है कि ऑपरेशन के दौरान ही महिला डॉक्टर ने पत्नी अंजुम की हालत बिगड़ने का हवाला देकर इसे मेरठ रैफर कर दिया था। मेरठ अस्पताल के चिकित्सकों ने बताया कि ऑपरेशन करने के दौरान महिला डॉक्टर ने पत्नी अंजुम की आंत काट दी है।
मोबीन ने बीती 22 फरवरी को थाने में तहरीर देकर कार्यवाही किए जाने की मांग करने के अलावा महिला डॉक्टर की शिकायत मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ महावीर सिंह फौजदार से भी की थी। बताया गया हरकत में आई पुलिस के आरोपी झोलाछाप डॉक्टर के पति को हिरासत में लेकर जांच पड़ताल शुरू करते ही एक किसान संगठन के पदाधिकारी ने मामले में हस्तक्षेप कर दिया, जिसके चलते पुलिस ने पीडि़त के साथ समझौता करने की हिदायत देकर आरोपी झोलाछाप डॉक्टर के पति को थाने से चलता कर दिया था। सोमवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के चिकित्साधीक्षक डॉ. अवनीश कुमार के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मोहल्ला इस्लामनगर में झोलाछाप महिला डॉक्टर के क्लिनिक पर छापामार कार्यवाही की।
बताया गया कि इससे पहले ही रात के अंधेरे में झोलाछाप महिला डॉक्टर अपना बोरिया बिस्तर समेटकर भूमिगत हो चुकी है। चिकित्साधीक्षक डॉ. अवनीश कुमार ने बताया कि छापामार कार्यवाही के दौरान मोहल्ले वालों ने झोलाछाप महिला डॉक्टर की कारगुजारियों से अवगत कराया है, जिसके आधार पर झोलाछाप महिला डॉक्टर के विरुद्ध कार्यवाही की जायेगी, इसके अलावा मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. महावीर सिंह फौजदार के झोलाछाप डॉक्टरों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही किए जाने का आदेश दिए जाने के अनुपालन में सोमवार को चिकित्साधीक्षक डॉ. अवनीश कुमार के नेतृत्व में मोहल्ला सर्राफान स्थित एक क्लिनिक पर छापामार कार्यवाही की।
बताया गया एक माह के बच्चे से लेकर सौ साल के बूढ़े तक का इलाज करने वाला चिकित्सक स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा मांगे जाने पर अपनी कोई डिग्री अथवा रजिस्ट्रेशन आदि नहीं दिखा पाया। डॉ. अवनीश कुमार ने चिकित्सक को दो दिनों में अपनी डिग्री दिखाने का नोटिस देकर इसके क्लिनिक पर सील लगवा दी। डॉ. अवनीश कुमार ने बताया कि डिग्री न दिखाने पर डॉक्टर के विरुद्ध कार्यवाही कराई जायेगी।