मेरठ। परतापुर थाना क्षेत्र के शंकरनगर फेज-2 का विनीत पास्टर एक हॉस्पिटल में डेंटिस्ट के पद पर कार्य करता था, जहां से उसे 18 हजार रुपये सेलरी मिलता था। सबसे खास बात है कि वह देखते ही देखते करोड़पति हो गया। जब रविवार को हिंदू संगठनों की सूचना पर छापा मारकर पुलिस ने बड़े स्तर पर धर्मांतरण का मामला पकड़ा तो मौके से कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई।
पता चला कि विनीत पास्टर ने ईसाई धर्म की किसी संस्था से संपर्क कर धर्मांतरण कराना शुरू कर दिया। वह बीमारियों को ठीक करने के लिए लोगों को भ्रमित कर मोटी रकम के साथ लोगों का धर्म परिवर्तन कराने लगा। लोगों को जोड़ने के लिए उसे संस्था से मोटी रकम मिलती। देखते ही देखते वह करोड़पति बन गया।
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शंकरनगर फेस-2 का रहने वाला विनीत ने हॉस्पिटल से नौकरी छोड़ने के बाद गली मोहल्ले में घूम-घूमकर लोगों के दांतों की सफाई और मसाला भरने का कार्य किया। विनीत ने जानी क्षेत्र में किराये पर दुकान ली और क्लीनिक खोल लिया। काम सही नहीं चलने पर वह अपने दोस्त के साथ सरधना चर्च आया और वहां एक युवक से मिला।
बताया जा रहा है कि उस युवक ने पहले तो विनीत का धर्मपरिवर्तन कराया और उसके लिए शंकर नगर फेस-2 में आलीशान मकान बनवाया। इसके बाद विनीत ने अपनी पत्नी पायल, मां गीता, भाई जॉनी और भाभी संगीता के साथ मिलकर लोगों का धर्म परिवर्तन कराना शुरू कर दिया।
खुफिया विभाग के सीओ और इंस्पेक्टर ने देर रात तक विनीत और उसके परिजनों से पूछताछ की लेकिन उन्होंने ठीक से कोई जानकारी नहीं दी। पुलिस व खुफिया विभाग की टीम ने विनीत और उसके परिजनों के खातों की जांच करने के साथ ही पिछले दो सालों की कॉल डिटेल खंगालनी शुरू कर दी है।