मेरठ। एकाउंट मैनेजर ने स्पोर्ट्स कारोबारी को 46 लाख का चूना लगाया। इसके बाद आरोपी अपनी पत्नी के साथ फरार हो गया।
मेरठ शहर के स्पोर्ट्स कारोबारी धर्मपाल महाजन को उनके एकाउंट मैनेजर ने 46 लाख से अधिक का चूना लगा दिया। इसके बाद फरार हो गया। कारोबारी ने थाने में आरोपी एकाउंटेंट और उसकी पत्नी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है।
कारोबारी धर्मपाल महाजन के पुत्र मानिक महाजन ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराते हुए बताया कि उनकी फर्म केएल महाजन एंड संस परतापुर में गगोल रोड पर है। उन्होंने सिंतबर 2022 को नमन अग्रवाल पुत्र अनुपम अग्रवाल निवासी-बी-2, वर्धमान विला, जत्तीवाड़ा मेरठ को फर्म में एकाउंट मैनेजर के पद पर नियुक्त किया था। नमन अग्रवाल का कार्य फर्म से किए जाने वाली पेमेंट व पेमेंट शीट बनाना और फर्म के एकाउंट की देख-रेख करना का था।
हाल में फर्म का वित्तीय वर्ष 2022-23 का ऑडिट होना था। जब नमन अग्रवाल को पता चला कि फर्म का ऑडिट होने वाला है तो वह उसी दिन से गायब हो गया। ऑडिटर ने उन्हें बताया कि फर्म की एकाउंट बुक देखकर प्रतीत होता है कि बड़े स्तर पर धनराशि का गबन हुआ है। ऑडिटर ने छानवीन की तो पता चला कि नमन अग्रवाल ने फर्जी पेमेंट शीट्स तैयार की। उन पेमेंट शीटों में जिन लेनदारों को प्रार्थी की फर्म से पेमेंट किया जाना था, उनके एकाउंट नंबर की जगह अपने व अपनी पत्नी अक्षी अग्रवाल के अकाउंट में 46,88,183 का गबन किया।
इसके बाद उक्त कृत्य को छिपाने के लिए धनराशि को मालिक की फर्म के एकाउंट्स में धर्म महाजन व हरी हर टैक्सटाइलस लुधियाना के लेजर में उक्त धनराशि की एंट्री फर्जी रूप से दर्शा दी गई। मालिक ने बार-बार नमन अग्रवाल से संपर्क किया लेकिन, उससे संपर्क नहीं हो पाया।
इसके बाद मालिक ने नमन अग्रवाल के पूर्व कार्य स्थलों जैसे रायलिटी बिल्डर्स आदि पर जांच पड़ताल की तो उन्हें पता चला कि नमन अग्रवाल व अक्षी अग्रवाल बहुत ही शातिर व आपराधिक किस्म के लोग हैं। उन्हें पता चला कि नमन अग्रवाल ने एकाउंटेंट रहते हुए फर्म के फर्जी व कूट-रचित दस्तावेज बनाकर 46,88,183 का गबन कर लिया। पुलिस ने दंपती के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।