मेरठ। दलित युवक को मंदिर में गंगाजल चढ़ाने से रोके जाने का मामला सामने आया है। आरोप है कि दलित युवक के साथ कुछ लोगों ने मारपीट की और उसका हाथ तोड़ दिया। पीड़ित दलित युवक जानी थाने पहुंचा तो उसकी रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई।
इसके बाद युवक एसएसपी आफिस पहुंचा और वहां पर उसने अपनी बात कही। जिस पर एसएसपी ने थाना पुलिस को जांच कर मामले में कार्यवाही के लिए कहा है। दलित युवक का कहना है कि वह गढ़मुक्तेश्वर गया था। वहां से गंगाजल लेकर आया था।
मुज़फ्फरनगर में एसडीएम आवास के पास मोबाइल टावर टूटकर गिरा, महिलाओं ने भागकर बचाई अपनी जान
वह गढ़ गंगा से लाये गंगाजल को कुराली गांव के शिव मंदिर में चढ़ाने के लिये गया था तभी रास्ते में दीपू उर्फ शिवा, निशांत, आकाश और कुछ अज्ञात युवक मिल गए। आरोप है कि इन लोगों ने उसे रास्ते में रोक लिया और उसके साथ गाली गलौज करते हुए जातिसूचक शब्द कहे, इसके साथ ही रुपये, मोबाइल लूट लिया।
पीड़ित ने आरोप लगाया कि डंडे से पीटते हुए उसे नाले में फेंक दिया. जिससे उसके हाथ की हड्डी टूट गई और गंभीर चोट आई. पीड़ित ने बताया कि आरोपियों ने उसके चेहरे पर यूरिन भी किया,किसी तरह भागकर उसने अपनी जान बचाई। पीड़ित जब जानी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंचा तो उसकी रिपोर्ट नहीं लिखी गई।
मुज़फ्फरनगर में डेयरी संचालक की हत्या में पूरे परिवार को उम्रकैद, 10 हज़ार का जुर्माना भी लगाया
पीड़ित ने एसएसपी से न्याय की गुहार लगाई है। पीड़ित राज मिस्त्री है। युवक को जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए उसके साथ गाली-गलौज की और मारपीट कर नाले में फेंक दिया। एसएसपी डॉ. विपिन ताडा का कहना है कि एसपी देहात को मामले की जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।