मास्को। रूसी रक्षा मंत्रालय ने रविवार को बताया कि उसके सुरक्षा बलों ने यूक्रेन की ओर से संचालित एक अमेरिकी एफ-16 लड़ाकू विमान को मार गिराया है। हालांकि, स्थान का जिक्र नहीं किया गया है। यह पहली बार है जब रूसी सेना ने घोषणा की है कि उसने एफ-16 को नष्ट कर दिया है, जब से कुछ यूरोपीय देशों ने पिछले साल गर्मियों में यूक्रेन को चौथी पीढ़ी के लड़ाकू विमान की डिलीवरी शुरू की थी। स्थानीय टीवी चैनल आरटी न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, मंत्रालय ने अपने दैनिक ब्रीफिंग में बिना कोई और विवरण बताए कहा, “यूक्रेनी वायु सेना के एक एफ-16 विमान को हवाई रक्षा साधनों द्वारा मार गिराया गया।” इससे पहले शनिवार को यूक्रेनी वायु सेना ने अपने एक एफ-16 लड़ाकू विमान के खो जाने की सूचना दी। इसके बाद विमान के गिरने के कारणों का पता लगाने के लिए एक अंतर-विभागीय आयोग का गठन किया गया। राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की ने बाद में पुष्टि की कि यूक्रेनी पायलट पावेल इवानोव “एफ-16 लड़ाकू मिशन के दौरान” मारा गया था और इसे मार गिराने में रूस की भूमिका का संकेत देते हुए कहा था कि हमारी मजबूत और सटीक प्रतिक्रिया होगी।
एक अन्य सूत्र ने बताया कि एफ-16 को रूसी सेना ने मार गिराया था। सूत्र ने दावा किया, “कुल मिलाकर, रूसियों ने विमान पर तीन मिसाइलें दागीं। यह या तो एस-400 ग्राउंड-बेस्ड सिस्टम से गाइडेड एंटी-एयरक्राफ्ट मिसाइल थी या आर-37 एयर-टू-एयर मिसाइल थी।” सूत्र ने जेट के नुकसान के लिए फ्रेंडली फायर को भी कारण मानने से इनकार किया, यह दावा करते हुए कि यूक्रेनी वायु रक्षा उस क्षेत्र में सक्रिय नहीं थी। इससे पहले पहला विमान पिछले साल अगस्त में नष्ट हो गया था और उसका पायलट मारा गया था, लेकिन घटना की जांच की रिपोर्ट कभी सार्वजनिक रूप से सामने नहीं आई। हालांकि, कई मीडिया रिपोर्टों ने संकेत दिया कि विमान को यूक्रेनी एंटी-एयरक्राफ्ट डिफेंस द्वारा गलती से मार गिराया गया था। बेल्जियम, डेनमार्क, नीदरलैंड और नॉर्वे ने तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रशासन से ऐसा करने की अनुमति मिलने के बाद कीव को 80 एफ-16 की आपूर्ति करने का वादा किया था। हालांकि, उनमें से अधिकांश को आने में वर्षों लगेंगे। 2024 में यूक्रेन को लगभग 18 विमान मिले।