Tuesday, November 19, 2024

मुजफ्फरनगर में सभासद के बहकावे में आकर पालिका कार्यालय में धरना प्रदर्शन भाकियू को पड़ा महंगा

मुजफ्फरनगर। खतौली में एक सभासद के बहकावे में आकर पालिका कार्यालय में धरना प्रदर्शन करना भाकियू पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को महंगा पड़ गया। पालिका कार्यालय में भाकियू नगर अध्यक्ष राकेश चौधरी द्वारा मनगढ़ंत आरोप लगाए जाने से आक्रोशित सफाई कर्मचारियों ने जमकर हंगामा करने के बाद इन्हें पालिका से खदेड़ दिया। जानकारी के अनुसार अपने आपको भाकियू नेता बताने वाले पालिका सभासद असद शालू का चेयरमैन हाजी शाहनवाज लालू के साथ छत्तीस का आंकड़ा चल रहा है। चेयरमैन हाजी शाहनवाज लालू द्वारा मुंह ना लगाने के चलते सभासद असद शालू ने बीते दिनों हुई बोर्ड बैठक को नियम विरुद्ध बताकर इसकी शिकायत आला अधिकारियों से की थी।

 

 

बीते दिनों ही असद शालू ने भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत से मिलकर नगर पालिका परिषद खतौली में भ्रष्टाचार व्याप्त होने का भी आरोप लगाया था। बताया गया सोमवार को भाकियू नगर अध्यक्ष राकेश चौधरी के नेतृत्व में एक दर्जन कार्यकर्ताओं ने पालिका कार्यालय में दरी बिछाकर धरना शुरू कर दिया। धरने को संबोधित करते हुए नगर अध्यक्ष राकेश चौधरी ने नगर पालिका परिषद के अधिकारियों और कर्मचारियों को निकम्मा बताकर इनके विरुद्ध मुर्दाबाद के नारे लगवाए। इससे पालिका कर्मचारियों में रोष व्याप्त हो गया। उत्तर प्रदेश सफाई कर्मचारी संघ के नगर और मुजफ्फरनगर पालिका अध्यक्ष सुधीर धामा के नेतृत्व में सफाई कर्मचारियों ने धरने पर बैठे भाकियू पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं का घेराव करके हंगामा शुरू कर दिया।

 

इस दौरान सुधीर धामा ने भाकियू नेताओं पर अपनी राजनीति चमकाने के चक्कर में नगर पालिका परिषद के अधिकारियों और कर्मचारियों को अपमानित करने का आरोप लगाया। हंगामे के दौरान सुधीर धामा ने भाकियू के नगर अध्यक्ष राकेश चौधरी के हाथ में जबरन झाड़ू थमाने का प्रयास करते हुए कहा कि पालिका के सफाई कर्मचारी किन कठिन परिस्थितियों में कार्य करते साथ कार्य करके देख लें। बताया गया कि पालिका सफाई कर्मचारियों के रौद्र रूप धारण करते ही धरने पर बैठे भाकियू पदाधिकारी और कार्यकर्ता बैकफुट पर आ गए। जिसके बाद सफाई कर्मचारियों ने धरनारत भाकियू नेताओं के नीचे से दरी और गद्दे खींचकर इन्हें बाहर फेंक दिया। सफाई कर्मचारी अध्यक्ष सुधीर धामा ने कहा कि भाकियू नेताओं ने अपनी राजनीति चमकाने के लिए नगर पालिका परिषद की छवि खराब करने का प्रयास किया है। जिसे बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। बताया बारिश होने के कुछ ही देर बाद तेजी से जलभराव का समाप्त होना नगर पालिका के सफाई कर्मचारियों की मेहनत को दर्शाता है। सफाई कर्मचारी बारिश होते ही व्यवस्था बनाने के लिए सड़कों पर उतर जाते हैं।

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