चरथावल। थाना क्षेत्र के गाँव मथुरा में अनुसूचित जाति के एक किसान ने पड़ौसी द्वारा डोल काटने और थाना पुलिस की उपेक्षा से नाराज़ होकर फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली। पुलिस की उदासीनता को लेकर ग्रामीणों में रोष व्याप्त है।
चरथावल थाना क्षेत्र के गांव मथुरा निवासी किसान प्रवेश पुत्र राजबीर की गांव में ही खेती योग्य भूमि है। आरोप है कि प्रवेश के पड़ोसियों ने प्रवेश के खेत की डोल काटकर उसे अपने खेत में मिला लिया था। इस बात को लेकर प्रवेश का अपने पड़ौसियों के साथ झगड़ा भी हुआ था, जिसमें प्रवेश को ही दबाते हुए कुछ व्यक्तियों ने उसकी बात नहीं कही थी। प्रवेश ने घटना की सूचना डायल 112 पर की थी, सूचना के बाद पुलिसकर्मी खानापूर्ति कर वापस लौट गये थे।
क्षुब्ध प्रवेश ने स्थानीय पुलिस प्रभारी को भी थाना पर सूचना दी, उन्होने भी हीलाहवाली की और मामले को हल्के में लिया। प्रवेश आज सुबह यह कहते हुए घर से निकला कि मेरे साथ अन्याय हो रहा है और पुलिस भी नहीं सुन रही है। उसने गांव की पानी की टंकी के पास खेत में खड़े रस्सी के फंदे पर लटककर आत्महत्या कर ली। ग्रामीणों का ध्यान सुबह करीब दस बजे पेड़ पर लटके हुए प्रवेश की तरफ गया, तो परिवार और गांव में कोहराम मंच गया। आनन-फानन में पुलिस को सूचना दी गयी। स्थानीय पुलिस ने प्रवेश की लाश को पेड़ से नीचे उतारकर लिखा पढ़ी करते हुए पोस्टमॉर्टम के लिये भिजवाया।
प्रवेश ने कोई सुसाइड नोट छोड़ा है या नहीं इसका अभी ग्रामीणों और पुलिस को पता नहीं चल सका। मृतक प्रवेश के पिता राजबीर ने शामली के थानाभवन क्षेत्र में लम्बे समय तक राजस्व विभाग में बतौर कानूनगो सरकारी नौकरी की, उनका निधन हो चुका है। प्रवेश अपने पीछे पत्नी और पाँच व सात वर्षीय दो बेटे छोड़कर चले गये। घटना से परिवार सहित क्षेत्र में हड़कम्प मचा हुआ है। मृतक के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।