मुज़फ्फरनगर। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के बैनर तले शिक्षकों ने सोमवार को जिला विद्यालय निरीक्षक (DIOS) कार्यालय के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने मृतक आश्रितों को नियुक्ति न दिए जाने और नियुक्ति के बदले रिश्वत मांगने जैसे गंभीर आरोप लगाते हुए धरना शुरू किया। शिक्षकों का कहना है कि जब से उन्होंने धरना शुरू किया है, तभी से DIOS कार्यालय छोड़कर फरार हैं।
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प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रांतीय मंत्री बाकर हुसैन ने बताया कि किसान इंटर कॉलेज, खरड़ के प्रधानाचार्य यशपाल पंवार की दो साल पहले मृत्यु हो चुकी है, लेकिन अब तक उनके आश्रितों को नियुक्ति नहीं मिली है। बाकर हुसैन ने कहा कि “यशपाल की पुत्री को मृतक आश्रित के तहत नौकरी मिलनी चाहिए, लेकिन विभाग बार-बार नाम में त्रुटि का हवाला देकर नियुक्ति को रोक रहा है। जबकि मृतक आश्रित नियुक्ति में माता के नाम की कोई विशेष भूमिका नहीं होती, नियुक्ति पिता के नाम पर ही होती है।”
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उन्होंने आरोप लगाया कि DIOS कार्यालय विद्यालय की प्रबंध समिति के दबाव में कार्य कर रहा है, और जब तक मृतक आश्रित यशपाल पंवार की बेटी प्रबंध समिति की शर्तें नहीं मानती, तब तक उसे नौकरी नहीं दी जाएगी। बाकर हुसैन ने कहा, “प्रधानाचार्य को पहले भी प्रबंध समिति द्वारा प्रताड़ित किया जाता रहा है। अब उनकी बेटी को भी इसी कारण नियुक्ति से वंचित किया जा रहा है।”
शिक्षक संघ ने दूसरी बड़ी मांग उठाते हुए कहा कि डीएवी इंटर कॉलेज, मुजफ्फरनगर के शिक्षक शरद त्यागी, जिनकी कैंसर से मृत्यु हो गई थी, उनके परिवार को अब तक पारिवारिक पेंशन और मृतक आश्रित का लाभ नहीं मिला है। बाकर हुसैन ने कहा कि यदि इन दोनों मामलों का शीघ्र समाधान नहीं हुआ, तो संगठन जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय से जिलाधिकारी कार्यालय तक पैदल मार्च करेगा और आंदोलन को उग्र रूप देगा।
उन्होंने कहा कि “हम केवल ज्ञापन देने आए थे, लेकिन DIOS कार्यालय में मौजूद नहीं थे। अधिकारी समस्याएं सुनने की बजाय कार्यालय छोड़कर चले गए, जिससे हमें मजबूरन धरने पर बैठना पड़ा।”
शिक्षकों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही न्याय नहीं मिला, तो वे अनिश्चितकालीन आंदोलन शुरू करेंगे और पूरे जिले में शिक्षा व्यवस्था को बाधित करने से भी पीछे नहीं हटेंगे।