नई दिल्ली। पाकिस्तान में फैसलाबाद की जड़ानवाला तहसील में बुधवार को ईशनिंदा से भड़के लोगों ने कई चर्चों में तोड़फोड़ की। यह जानकारी अधिकारियों ने दी।
डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, क्रिश्चियन नेता अकमल भट्टी ने कहा कि भीड़ ने कम से कम पांच चर्चों को आग लगा दी। सोशल मीडिया पर मौजूद तस्वीरों में चर्च की इमारतों से धुआं उठता दिख रहा है और लोग वहां से खींचे गए फर्नीचर में आग लगा रहे हैं।
जड़ानवाला के पादरी इमरान भट्टी ने डॉन को बताया कि जिन चर्चों में तोड़फोड़ की गई, उनमें ईसा नगरी इलाके में स्थित साल्वेशन आर्मी चर्च, यूनाइटेड प्रेस्बिटेरियन चर्च, एलाइड फाउंडेशन चर्च और शहरूनवाला चर्च शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि ईशनिंदा के आरोपी ईसाई सफाईकर्मी का घर भी तोड़ दिया गया है। पंजाब प्रांत के पुलिस प्रमुख उस्मान अनवर ने अखबार डॉन से बात करते हुए कहा कि पुलिस प्रदर्शनकारियों के साथ बातचीत कर रही है और इलाके की घेराबंदी कर दी गई है।
उन्होंने कहा कि क्षेत्र में संकरी गलियां हैं। यहां पर दो से तीन मरला के छोटे चर्च स्थित हैं और एक मुख्य चर्च है…भीड़ ने चर्च के कुछ हिस्सों में तोड़फोड़ की है।
अधिकारी ने कहा कि शांति समितियों के साथ मिलकर स्थिति को नियंत्रित करने के प्रयास जारी हैं और पूरे प्रांत में पुलिस को सक्रिय कर दिया गया है। डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, उधर, ईसाई नेताओं का आरोप है कि पुलिस मूकदर्शक बनी रही है।
वहीं पंजाब गृह विभाग के प्रवक्ता अमजद कलियार ने पुष्टि की कि क्षेत्र में रेंजरों की तैनाती का अनुरोध विभाग को भेजा गया है, लेकिन इस पर निर्णय लिया जाना बाकी है। डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, चर्च ऑफ पाकिस्तान के अध्यक्ष बिशप आजाद मार्शल ने ‘एक्स’ पर लिखा, ”बाइबिल का अपमान किया गया है, और ईसाइयों पर पवित्र कुरान के अपमान का झूठा आरोप लगाकर उन्हें प्रताड़ित किया गया है।”
पूर्व सीनेटर अफरासियाब खट्टक ने घटना की निंदा की और मांग की कि दोषियों को सजा दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान इस्लाम के अलावा अन्य धर्मों को मानने वाले लोगों के उपासना स्थलों को सुरक्षा प्रदान करने में विफल रहा है। धर्म के नाम पर किए गए अपराधों पर छूट से चरमपंथियों और आतंकवादियों का हौसला बढ़ा है।
बलूचिस्तान के सीनेटर सरफराज बुगती ने भी पंजाब सरकार से चर्चों और ईसाई नागरिकों की रक्षा के लिए अपनी पूरी ताकत लगाने का आह्वान किया है।