इंफाल। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ रविवार को मणिपुर के विख्यात ऐतिहासिक स्थल खोंगजोम से शुरू होगी।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे थौबल जिले के खोंगजोम युद्ध स्मारक से रैली को हरी झंडी दिखाएंगे। खड़गे, गांधी और कुछ अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री दिन में इंफाल हवाई अड्डे पर उतरेंगे और सीधे कार्यक्रम स्थल के लिए रवाना होंगे।
मणिपुर सरकार ने हप्ता कांगजीबुंग से यात्रा शुरू करने के अनुरोध को अनुमति देने से इनकार कर दिया था, जिसके बाद कांग्रेस को यात्रा स्थल बदलने के लिए मजबूर होना पड़ा। थौबल जिला प्रशासन ने आदेश दिया है कि यात्रा में भाग लेने वालों की संख्या 3000 तक सीमित रहेगी।
सभी नेता यात्रा की शुरुआत से पहले खोंगजोम में युद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। इस युद्ध स्मारक की स्थापना 1891 के एंग्लो-मणिपुर युद्ध के नायकों की याद में की गयी है।
कांग्रेस संचार विभाग के प्रभारी जयराम रमेश ने यात्रा की पूर्व संध्या पर कल यहां संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि यह यात्रा देश के सामने मौजूद तानाशाही, ध्रुवीकरण तथा आर्थिक असमानता को बढ़ाने तथा लोकतंत्र को ‘एकतंत्र’ में बदलने की नीतियों के खिलाफ शुरू की जा रही है। न्याय यात्रा पूर्वोत्तर के पांच राज्यों में 11 दिन तक रहेगी और यात्रा में दौरान गांधी हर दिन एक जनसभा को संबोधित करेंगे।
रमेश ने कहा कि मोदी सरकार के 10 साल के कार्यकाल के दौरान देश की जनता ने अन्याय सहन किया है और अब अमृत काल के सुनहरे सपने दिखाकर एक दशक के अन्याय को नजर अंदाज करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इसी अन्याय के खिलाफ देश के लोगों को जोड़ने तथा लोकतंत्र, संविधान और इसकी प्रस्तावना की रक्षा करने के उद्देश्य से गांधी के नेतृत्व में शुरू की जा रही न्याय यात्रा 66 दिन तक चलेगी और इस दौरान 6200 किलोमीटर की यात्रा तय की जाएगी।
कांग्रेस नेता ने कहा कि मणिपुर में पूरी तरह अराजकता बनी हुई है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अभी तक राज्य का दौरा नहीं किया है।
मणिपुर कांग्रेस के अध्यक्ष के. मेघचंद्र ने कहा कि यात्रा को 10 राजनीतिक दलों का समर्थन प्राप्त होगा। यात्रा मार्ग में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गयी है और रैली को सफल बनाने के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं।