चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने ऐलान किया है कि जल्द ही ग्रामीण स्कूली बच्चों को आने जाने के लिए वाहनों की सुविधा मुहैया करवाई जाएगी। इसके लिए प्रिंसीपल एक प्रस्ताव बनाकर सरकार को भेजें।
बुधवार को मुख्यमंत्री मान का काफिला अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे थे। अचानक उन्होंने रोपड़ के गांव सुखो माजरा के सरकारी स्कूल पर अपना काफिला रुकवाकर स्कूल में पहुंच गए। मुख्यमंत्री ने स्कूल के विद्यार्थियों तथा प्रिंसीपल व स्टाफ के साथ काफी देर तक बातचीत की। पंजाब के शिक्षा मंत्री हरजोत बैंस का गृह जिला रोपड़ है।
मुख्यमंत्री ने स्कूल के स्टाफ की गिनती की और धुंध व ठंड में आने के कारण दिक्कतों के बारे में बातचीत की। स्कूल प्रिंसिपल ने बताया कि यहां बच्चे दूर-दूर से आते हैं। इसलिए कई बच्चे स्कूल छोडऩा चाहते हैं। बीते समय में भी 12वीं का रोल नंबर अपने पिता के साथ लेने आ रहे एक विद्यार्थी की मौत हो गई थी। इस पर मुख्यमंत्री ने स्कूल प्रिंसिपल को गांवों से आने वाले विद्यार्थियों के अनुसार प्रस्ताव बनाकर सरकार को भेजने को कहा। उन्होंने कहा कि छठी कक्षा तक बच्चे लोकल होते हैं। वहीं सातवीं से 12वीं तक के बच्चों को स्कूल आने-जाने के लिए वाहन की सुविधा दी जाएगी।
उन्होंने प्रिंसिपल को हिदायत दी कि प्रपोजल इस अनुसार भेजें कि सातवीं से दसवीं तक के बच्चों को एक घंटा पहले छुट्टी हो और वहीं बसें एक घंटें में 11वीं-12वीं के बच्चों को लेने के लिए पहुंच सकें। मुख्यमंत्री ने कहा कि 16 दिसंबर को पूरे पंजाब के सरकारी स्कूलों में पेरेंट्स-टीचर्स मीटिंग होने जा रही है। यह पेरेंट्स मीटिंग स्टूडेंट्स के लिए है, ताकि पेरेंट्स को पता चल सके कि बच्चे स्कूल में क्या करते हैं। वहीं टीचर्स को भी पता चले कि स्कूल के बाद स्टूडेंट्स क्या करते हैं।