सहारनपुर (नागल)। करीब साढ़े तीन माह पूर्व किसानों के विरुद्ध दंगा करने व बंधक बनाने सहित कई अन्य धाराओं में दर्ज मुकदमा को वापस लेने तथा जेई विद्युत के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग को लेकर भाकियू टिकैत से जुड़े किसानों ने जिलाध्यक्ष राजपाल सिंह पनियाली के नेतृत्व में थाने पहुंचकर जोरदार प्रदर्शन करते हुए धरना दिया।
किसानों का कहना है कि पुलिस विद्युत अधिकारियों के दबाव में किसानों पर झूठे मुकदमे दर्ज कर रही है जबकि किसानों द्वारा दी गई तहरीर पर मुकदमा दर्ज नहीं किया जा रहा है। बताते चलें कि बीते अप्रैल माह में किसानों ने विद्युत आपूर्ति सुचारू करने तथा फुंका ट्रांसफार्मर बदले जाने की मांग को लेकर आमकी दीपचंदपुर स्थित बिजलीघर पर धरना दिया था।
धरना स्थल पर पहुंचे एसडीओ सुंदरलाल द्वारा आश्वासन दिए जाने के बाद किसानों ने धरना समाप्त कर दिया था। इस संबंध में जेई कृष्णपाल ने 17 अप्रैल को तीन किसान नेताओं को नामजद करते हुए 15-20 अज्ञात लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 147, 336, 352, 353 व 342 में मुकदमा दर्ज कराया था। इसकी जानकारी जब किसानों को लगी तो किसानों में खलबली मच गई।
किसानों ने विद्युत अधिकारियों से वार्ता की लेकिन कोई हल न निकल सका। दो दिनों पूर्व एक किसान द्वारा जेई कृष्णपाल के विरुद्ध गाली-गलौज करने तथा जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करने की तहरीर पुलिस को दी थी, दो दिनों तक कोई कार्रवाई न होते देख गुस्साएं किसान आज जेई के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने तथा किसानों के खिलाफ दर्ज किए गए झूठे मुकदमे को निरस्त करने की मांग को लेकर थाने पर प्रदर्शन करते हुए धरने पर बैठ गए।
किसानों के बीच पहुंचे अधिशासी अभियंता सुधाकर ने व एसडीओ सुंदरलाल ने किसान किसानों से वार्ता कर उन्हें आश्वस्त किया के किसानों की सभी मांगों पर गंभीरतापूर्वक विचार किया जाएगा तथा पूर्व में किसानों के खिलाफ दर्ज कराया गया मुकदमा वापस लिया जाएगा। जिस पर किसान वापस लौट गए।
इस दौरान प्रदेश उपाध्यक्ष चौधरी विनय कुमार, जिलाध्यक्ष राजपाल सिंह पनियाली, योगेंद्र पप्पू, कालूराम प्रधान, कपिल मुखिया, नारायण सिंह, राजवीर, रविंदर, इमरान प्रधान, प्रेम सिंह, अमरीश, विनोद खन्ना, श्यामवीर, आजाद, भूरा, प्रिंस चौधरी, नबीस गाडा आदि मौजूद रहे।