उक्त अभियोग में पुलिस टीम द्वारा पूर्व में दो अभियुक्तों मौ0 वकिल तथा फईम अहमद को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया था तथा एक अन्य नामजद अभियुक्त हुमांयू परवेज द्वारा मा0 न्यायालय से अन्तरिम जमानत ली गयी थी। प्रकरण की गम्भीरता के दृष्टिगत प्रकरण में शामिल अन्य अभियुक्तों के विरुद्ध भी प्रभावी कार्यवाही करने हेतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून द्वारा दिये गए निर्देशों पर अभियोग की विवेचना थानाध्यक्ष क्लेमेन्टाउन के सुपुर्द की गयी, जिनके द्वारा विवेचना में आवश्यक साक्ष्य संकलन की कार्यवाही की गई। जिसमें कूटरचित दस्तावेज तैयार कर भूमि का फर्जी बैनामा कराने में शामिल तीन अन्य अभियुक्तों हरिप्रकाश मित्तल पुत्र स्व0 ज्योति प्रसाद मित्तल, नवीन मित्तल पुत्र हरिप्रकाश मित्तल निवासी सहारनपुर, उ0प्र0 व सुशील गाबा पुत्र लालचंद निवासी सहारनपुर, उ0प्र0 का संलिप्त होना प्रकाश में आया। जिस पर पुलिस टीम द्वारा तीनों अभियुक्तों को जनपद सहारनपुर से गिरफ्तार किया है।
अभियुक्त सुशील गाबा पुत्र लाल चन्द्र थाना सहारनपुर, उ0प्र0 का हिस्ट्रीशीटर है। जिसके विरूद्ध भूमि धोखाधडी व अन्य आपराधिक घटनाओं के कई अभियोग पंजीकृत हैं। वही विवेचना के दौरान प्रकाश में आया कि अभियुक्त हुमायू परवेज द्वारा उक्त भूमि की फर्जी रजिस्ट्रियां कर उनसे प्राप्त पैसो को अपने सहारनपुर स्थित बैंक खाते में मंगवाया गया था, जिसे बाद में गणपति डैवलपर्स के नाम से बनी फर्म के खाते में स्थानान्तरित किया गया था, उक्त फर्म गिरफ्तार अभियुक्त हरिप्रकाश मित्तल, नवीन मित्तल के नाम पर रजिस्टर्ड थी तथा अभियुक्त सुनील गाबा द्वारा जमीन के फर्जी कागजात तैयार करने में अभियुक्तों की मदद की गई थी, साथ ही जमीन को बिकवाने के लिये ग्राहक/पार्टीयों को लाने की जिम्मेदारी भी अभियुक्त सुनील गाबा की ही थी, जिसके एवज में उसे मोटी धनराशि का भुगतान अभियुक्तों द्वारा किया गया था। अभियुक्तों को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में उ०नि० दीपक धारीवाल, थानाध्यक्ष क्लेमनटाउन, हे०कां० भूपेंद्र सिंह, कां० राजीव कुमार, कां० अजय कुमार,कां० कैलाश पवार शामिल रहे।