सहारनपुर(चिलकाना/तीतरों)। पिछले दो दिन से हो रही बारिश ने गेहूं उत्पादक किसानों के लिए चिंता पैदा कर दी है। अभी भी कुछ किसानों का गेहूं खेतों में खड़ा हुआ है तथा कुछ किसानों का गेहूं खेतों में कटा हुआ पड़ा है। गेहूं की थ्रेसिंग कार्य जोर-शोर से चल रहा था, लेकिन अचानक हुई बारिश ने गेहूं की थ्रेसिंग का कार्य बंद हो गया है।
खेत में पड़ा गेहूं अब कई दिन बाद थ्रेसिंग के लिए उपयोग में लाया जा सकता है। जो गेहूं बारिश के पानी से भीग गया है, उस गेहूं के दाने काला पड़ने की संभावना भी अधिक हो गई है। गांव कालू माजरा के किसान प्रवीण कुमार, रणधीर सिंह, राजेश सुल्तानपुर के राजकुमार, अल्ताफ, अकबर आदि ने बताया कि उनका गेहूं कटा पड़ा था, इसलिए अभी तक थ्रेसिंग नहीं हो पाया था।
बारिश के कारण गेहूं थ्रेसिंग का कार्य कई दिन पीछे हो गया है। तीतरों के गांव झाड़वन निवासी किसान उमरदीन पुत्र नाजर ने तहसील प्रशासन को दिये प्रार्थनापत्र में बताया कि दो दिनों से लगातार हो रही बरसात के कारण गांव का पानी उसके खेत के निकट बने तालाब से ओवरफ्लो होने के कारण उसके खेत में घुस गया जिससे खेत में ही पड़ी गेहूं की करीब 20 बीघा फसल जलमग्न हो जाने से उसे लाखों रुपये का नुकसान हो गया है। पीड़ित ने आर्थिक मदद की गुहार लगाई है।