मेरठ। कोतवाली के सराय बहलीम में गत शुक्रवार आधी रात याकूब कुरैशी का धेवता और भतीजा ने हथियार लहराए और एक परिवार के साथ मारपीट की। पीड़ितों ने थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। वहीं आरोपी की तलाश में पुलिस ने दबिश दी। लेकिन आरोपी घर से फरार हैं। याकूब कुरैशी के भतीजे और घेवते से दहशत में आए परिवार ने मोहल्ला छोड़ने का फैसला किया है। पीड़ितों ने घर में मकान बिकाऊ हैं के पोस्टल लगाए हैं।
याकूब का घेवता समीर और भतीजा अलीम समेत उनके साथियों ने पीड़ित हसिन की पिटाई कर दी और उन पर पिस्टल तानी। हथियार लहराते हुए आरोपी धमकी देकर फरार हुए थे। मोहसिन के भाई नदीम की तहरीर पर याकूब के धेवते समीर, मुशीर, भतीजे अलीम कुरैशी व उनके साथी अफजाल, मोबिन, सरताज के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है। आरोपियों की तलाश में कोतवाली पुलिस ने दबिश देने का दावा किया, लेकिन वह घर पर नहीं थे।
नदीम ने आरोप लगाया कि याकूब का परिवार समझौता न करने पर मोहल्ला छुड़वाने की धमकी दे रहा है। परिवार के लोग बार-बार उनके घर के बाहर आकर खड़े होते हैं और अभद्रता करते हैं। उनका परिवार दहशत में है। पीड़ित परिवार ने मकान बिकाऊ का पोस्टर चस्पा कर दिया। इसमें लिखा कि यह मकान बिकाऊ है, याकूब के परिजन धमकी दे रहे हैं कि मोहल्ला छोड़ो। इसके चलते कोतवाली पुलिस फिर सराय बहलीम पहुंची और पीड़ित पक्ष को आश्वासन दिया कि डरने की जरूरत नहीं है। नामजद आरोपियों को जेल भेजेंगे।
पुलिस के मुताबिक याकूब की बेटी आसमां के पड़ोसी अरशद के साथ लेनदेन का विवाद है। आसमां ने कपड़े के व्यापार में बेटे समीर को पार्टनरशिप बनाकर अरशद को पांच लाख रुपये दिए थे। बताया कि अरशद हर महीने समीर को 50-60 हजार रुपये मुनाफे के देता था। अब अरशद ने आसमां के 3.25 लाख वापस कर दिए थे। बाकी 1.75 लाख में से 50 हजार रुपये अरशद को शुक्रवार को देने थे। समीर पैसा लेने के लिए रात में अरशद के घर पहुंच गया। अरशद दिल्ली गया था, जहां पर उसका भाई मोहसिन मिला। समीर का मोहसिन से विवाद हो गया। वहीं, समीर का कहना है कि अरशद पर उनके 20 लाख रुपये हैं। पैसा मांगने पर फर्जी मुकदमा दर्ज कराया गया। पुलिस जांच करेगी तो सच सामने आ जाएगा।