शामली। उत्तर प्रदेश के जनपद शामली में खनन विभाग के अधिकारियों की निष्क्रियता के चलते मिट्टी माफिया के हौसले बेहद बुलंद हो चुके हैं। जहाँ जिले के विभिन्न गांवो के जंगलों में आधुनिक मशीनों द्वारा रात के अंधेरे में नियम कानूनो को ठेंगा दिखाते हुए मिट्टी खनन किया जा रहा है। जबकि नियम अनुसार सूर्यास्त के बाद किसी भी तरह का खनन पूर्ण रूप से वर्जित है। जहाँ रात के अंधेरे में धरती का सीना चीरे जाने की गवाही देर रात शहर की सड़कों पर फराठा भर रहे मिट्टी से लदे वाहन दे रहे है। जिसकी एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। लेकिन खनन विभाग जानकर भी अनजान बना हुआ है।
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आपको बता दें जनपद शामली में रात के अंधेरे मे सड़कों पर दौड़ रहे मिट्टी से लदे वाहनों की एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। जहां वायरल वीडियो में उक्त वाहनों से मिट्टी को एक नवनिर्मित कॉलोनी में डालते हुए दिखाई दे रहा है। वायरल वीडियो शहर कोतवाली क्षेत्र के बलवा फ्लाईअवर के पास की बताई जा रही है।गौरतलब है कि एनजीटी के नियम अनुसार सूर्यास्त के बाद किसी भी तरह की माइनिंग नहीं की जा सकती। लेकिन मिट्टी खनन माफियाओं में ना तो एनजीटी का कोई भय है और ना ही जिला प्रशासन का कोई डर दिखाई दे रहा है।
चर्चा के अनुसार शामली जनपद के विभिन्न गांव के जंगलों में एक दर्जन से ज्यादा बैख़ोफ मिट्टी खनन माफिया बिना किसी अनुमति के रात के अंधेरे में मिट्टी खनन कर एनजीटी के आदेशों की धज्जियां खुलेआम उड़ा रहे हैं। जहाँ संबंधित विभाग भी खनन माफिया के आगे लाचार दिखाई पड़ रहा है। मिट्टी खनन माफिया रात मे मिट्टी खनन करके हादसों को दावत दे रहे हैं। साथ ही राजस्व को भी एक बड़ी हानि पहुंच रहे हैं। वही इस मामले मे जिस तरह से प्रशासनिक अधिकारी जान कर भी अंजान बने हुए हैं। उससे उनकी कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह लग रहे हैं।