लखनऊ- उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया को विश्वनीयता के प्रति आगाह करते हुये सोमवार को कहा कि डिजिटल क्रांति के इस दौरान में वही ठहर पायेगा जो इसका सही इस्तेमाल करेगा।
इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान (आईजीपी) में आयोजित सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर्स को संबोधित करते हुये श्री योगी ने कहा कि प्रिंट मीडिया का सीमित दायरा होता है, लेकिन सोशल मीडिया का कोई दायरा नहीं होता है। ऐसे में आप सभी पिछले नौ वर्षों में बदलते भारत की तस्वीर को सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों तक पहुंचाने के साथ वायरल कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश का वैश्विक मंच भारत की प्रतिष्ठा और विरासत का सम्मान हो रहा है। इसमें सोशल मीडिया की भी अहम भूमिका रही है। सोशल मीडिया का ही नतीजा है कि चीन में आज योग की सबसे ज्यादा क्लासेस लग रही हैं। इतना ही नहीं आयुष दुनिया में छा गया है, लोग आयुर्वेद के पीछे भाग रहे हैं।
उन्होने कहा कि नाै साल पहले देश के राजनयिक संबंधों और कूटनीतिक संबंधों को मजबूती प्रदान करने में कितनी परेशानी आती होगी, यह बात केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी से अच्छी तरह भला कौन जान सकता है। वहीं आज ऐसी स्थिति नहीं है। आज दुनिया भारत के सामर्थ्य को देखने आ रही है, जिसे हमें सोशल मीडिया के माध्यम से वैश्विक स्तर पर पहुंचाना होगा। इसके लिए हमें एनालिसिस करना होगा ताकि हम जो दुनिया को दिखा रहे हैं उसकी विश्वसनीयता और प्रमाणिकता बनी रहे।
योगी ने कहा कि वैश्विक मंच पर बढ़ती भारत की प्रतिष्ठा, देश के इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट, गरीब कल्याणकारी योजनाओं समेत महिला सशक्तिकरण के लिए उठाए गए बेहतर कदमों को सोशल मीडिया के माध्यम से हाईलाइट कर सकते हैं। इससे हम देश दुनिया से अधिक से अधिक लोगों को जोड़ सकते हैं। उन्हें सही तथ्यों से अवगत करा सकते हैं क्योंकि हम उन्हे जो मैटेरियल देंगे तो उसे ही लोग स्वीकार करेंगे इसलिए उसकी प्रमाणिकता जरूरी है ताकि अगर वह कहीं से उस तथ्यों को क्रॉस चेक करे तो उन्हें सही जानकारी मिले। इससे आपकी विश्वसनीयता भी बढ़ेगी। उन्होने कहा कि आपने एग्जिट पोल में देखा होगा, जो जमीनी धरातल पर कार्य करता है उसका ही आकलन सही होता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों से संवाद बनाते हुए छोटे-छोटे वीडियो बनाकर आप सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म तथा नमो एप से उसे जोड़ दें। वर्ष 2024 के चुनाव का आधा कैम्पेन इसी डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से आगे बढ़ाया जा सकता है। पं0 दीनदयाल उपाध्याय ने कहा था कि आर्थिक मजबूती का मापक ऊंची सीढ़ी पर खड़े व्यक्ति से नहीं, बल्कि सबसे नीचे पायदान पर बैठे व्यक्ति से होगा। जब अयोध्या में या किसी गांव में बैठा व्यक्ति यह बोलता है कि उसे आवास, शौचालय, रसोई गैस कनेक्शन, बिजली कनेक्शन, राशन कार्ड, आयुष्मान भारत कार्ड मिला है और उसने अपनी बचत से अपने बेरोजगार लड़के के रोजगार के लिए एक ई-रिक्शा खरीदा है, अब उसका परिवार आर्थिक रूप से स्वावलम्बी, समर्थ और सशक्त है तो यह उस नये भारत की तस्वीर प्रस्तुत करता है, जिसमें हम सभी जी रहे हैं।
आप सभी सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर इन सभी बातों को अपने तरीके से सरल भाषा में छोटे-छोटे कैप्शन बनाकर हाईलाइट कर सकते हैं। इसमें आपकी तथा सोशल मीडिया की बहुत सशक्त भूमिका है। अपनी इस भूमिका के लिए आप सभी मिलकर वर्ष 2024 के लिए अभी से अपने आपको तैयार करें। जितने भी लाभार्थी वर्ग हैं, अलग-अलग लाभार्थी समूहों को अभी से जोड़कर उनका इण्टरव्यू करना चाहिए। इस दिशा में आपको सार्थक प्रयास करना होगा।
इस दौरान केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी, संगठन महामंत्री धर्मपाल और बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया मौजूद रहे।