लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने आज प्रदेश में मुख्य सूचना आयुक्त समेत 10 सूचना आयुक्त की नियुक्ति की है। प्रदेश के पूर्व डीजीपी राज कुमार विश्वकर्मा को मुख्य सूचना आयुक्त बनाया गया है और मुज़फ्फरनगर के पूर्व एसएसपी समेत बागपत की पूर्व डीएम को भी सूचना आयुक्त बनाया गया है। अमर उजाला अखबार के संपादक और लखनऊ में नवभारत टाइम्स के राज्य प्रभारी को भी सूचना आयुक्त बनाया गया है।
प्रदेश सरकार ने पूर्व डीजीपी रहे राजकुमार विश्वकर्मा को उत्तर प्रदेश का मुख्य सूचना आयुक्त नियुक्त किया है। इनके अलावा मुज़फ्फरनगर, गाज़ियाबाद, आगरा के एसएसपी और सहारनपुर के डीआईजी रहे पूर्व आईपीएस सुधीर कुमार सिंह को भी सूचना आयुक्त बनाया गया है।
बागपत की पूर्व डीएम रही सेवानिवृत आईएएस श्रीमती शकुंतला गौतम को सूचना आयुक्त बनाया गया है।वे श्रमायुक्त कानपुर के पद से सेवानिवृत्त हुई हैं। वह स्थानीय निकाय निदेशक लखनऊ भी रह चुकी हैं।
अमर उजाला मेरठ में संपादक के पद पर कार्यरत राजेंद्र सिंह भी सूचना आयुक्त नियुक्त किए गए हैं। मृदु भाषी और व्यवहार कुशल पत्रकार के रूप में पहचान रखने वाले राजेंद्र सिंह लंबे समय तक लखनऊ में अमर उजाला के लिए कार्य करते थे। लखनऊ में नवभारत टाइम्स के राज्य प्रभारी मोहम्मद नदीम को भी सूचना आयुक्त नियुक्त किया गया है ।
कवि एवं पत्रकार वीरेंद्र सिंह वत्स और एक समाचार एजेंसी में काम करने वाले पत्रकार प्रदुमन नारायण द्विवेदी को भी सूचना आयुक्त बनाया गया है। इसके अलावा गिरजेश कुमार चौधरी पीसीएस सेवा में रहे हैं और राजस्व विभाग में एडीएम पद से सेवानिवृत्त हुए हैं।
डॉ. दिलीप कुमार अग्निहोत्री विद्यांत हिंदू कॉलेज लखनऊ में एसोसिएट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं। स्वतंत्र प्रकाश जिला सत्र एवं न्यायालय बदायूं में वकालत कर रहे हैं और एक दैनिक अखबार में पत्रकारिता भी कर रहे हैं। राकेश कुमार स्थाई लोक अदालत बाराबंकी में अध्यक्ष हैं। राज्य सरकार के अधीन न्यायिक सेवा में जिला न्यायाधीश के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं।इन सभी को भी सूचना आयुक्त बनाया गया है।
प्रमुख सचिव प्रशासनिक सुधार के रविंद्र नायक ने गुरुवार को नियुक्ति संबंधी आदेश जारी किये। इनकी नियुक्ति तीन साल या अधिकतम 65 साल की आयु सीमा के लिए की गई है। उत्तर प्रदेश राज्य सूचना आयोग में मुख्य सूचना आयुक्त का एक और सूचना आयुक्त के 10 पद हैं।