वाराणसी। नीट यूजी 2024 की परीक्षा परिणाम को लेकर युवाओं का गुस्सा थम नही रहा। इस मामले को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे युवाओं को सपा और कांग्रेस का समर्थन भी मिल रहा है। दोनों पार्टियों की युवा इकाई इस मामले को लेकर सरकार पर हमलावर है।
कांग्रेस के आनुषंगिक छात्र संगठन एनएसयूआई पूर्वी उत्तर प्रदेश विंग ने शनिवार को इस अहम मामले में राष्ट्रव्यापी धरना प्रदर्शन के क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भी विरोध प्रदर्शन किया। पूर्वी जोन के प्रदेश अध्यक्ष ऋषभ पांडेय के नेतृत्व में बड़ी संख्या में युवाओं ने सिगरा चौराहे के पास विरोध प्रर्दशन किया। छात्र संगठन की मांग थी कि सरकार इस परीक्षा को रद्द कर पुनः कराने का आदेश दे। साथ ही दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दे। इतना ही नहीं इसके पहले भी एनटीए द्वारा जो भी परिक्षाएं कराई गईं हैं, उनकी सिटिंग जज द्वारा जांच हो।
ऋषभ पांडेय ने सरकार के अड़ियल और तानाशाही रवैए की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि सरकार जनता के हितों के लिए चुनी जाती है न कि जनता को ही ठगने के लिए। नीट परीक्षा में हुए बड़े स्तर की धांधली पर अपनी खिन्नता और रोष प्रकट करते हुए उन्होंने विरोध स्वरूप अपनी सभी शैक्षणिक प्रमाणपत्रों की प्रतियों को आग के हवाले कर दिया। उनका कहना था कि यह कितने शर्म और दुःख की बात है कि मौजूदा सरकार के लिए देश की युवा पीढ़ी और उसका भविष्य कोई मायने नहीं रखता।
प्रदर्शन में रवि सोनकर, जितिन पटेल, रोहित पाल, अंगद पटेल, चंद्रकांत चक्रवाल आदि ने भागीदारी की।