गाजियाबाद। महात्मा गांधी सभागार में जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह की अध्यक्षता में पशु संरक्षण अभियान की बैठक आयोजित की गई। निराश्रित गोवंश संरक्षण अभियान में लगाये गये छः विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक सम्पन्न हुई एवं 31 दिसम्बर 2023 से पूर्व शत प्रतिशत सडकों पर विचरण कर रहे समस्त गोवंश को गोआश्रय स्थलों पर संरक्षित करने के कड़े निर्देश दिये।
अभियान में पंचायती राज विभाग, नगर विकास विभाग संरक्षण के लिये मुख्य विभाग हैं। उनके साथ ग्राम्य विकास विभाग, राजस्व विभाग, गृह विभाग एवं पशु पालन विभाग को आपसी समन्वय करते हुए समय सीमा अन्तर्गत संरक्षण कार्य किया जाना है। समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी महोदय द्वारा दिनांक 06.11.2023 में दिये गये लक्ष्य एवं निर्देशों के कम में अभी तक गोआश्रय स्थल निर्माण एवं अतिरिक्त शैड का निर्माण सन्तोषजनक नहीं पाया गया है।
विकासखण्ड स्तरीय, नगर निकाय स्तरीय नोडल अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि समयान्तर्गत जनपद के समस्त 1000 निराश्रित गौवंश को संरक्षित करें। अभी तक जनपद में 412 गोवंश संरक्षित किये गये हैं जिस पर जिलाधिकारी महोदय द्वारा अप्रसन्नता व्यक्त की गई है। गौआश्रय स्थलों पर वित्तीय समस्याओं के निराकरण के लिये सभी खण्ड विकास अधिकारियों एवं जिला पंचायत राज अधिकारियों को राज्य वित्त आयोग की धनराशी से फण्डपूलिंग कराने के निर्देश दिये गये।
सड़कों पर विचरण कर रहे गोवंश को संरक्षित करने के लिये गोआश्रय स्थल पर स्थान की आवश्यक्ता है। इसलिये माननीय मुख्यमंत्री सहभागिता योजनान्तर्गत अधिक से अधिक गौवंशों को सुपुर्द करने हेतु समस्त अधिकारियों को निर्देश दिये गये। इस योजनान्तर्गत लाभार्थीयों को 50 रू0 प्रातिदिन की दर से सरकार भुगतान कर रही है। इस योजना का लाभ कोई भी व्यक्ति उठा सकता है जिसके पास गौवंश पालने हेतु स्थान उपलब्ध है।
जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने पशु विभाग से सम्बंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे निराश्रित गौवंशों को एकत्र करवा कर गौशाला में रखें। गौवंशों को ठंड से बचाने के लिए टीन शेड, तिरपाल आदि से शेड बनवाऐं। गौवंशों की समय—समय पर डॉक्टरी जांच करवाई जाए साथ ही बीमार पशुओं पर विशेष ध्यान दिया जाए। उनके हरा चारा—भूसा को पूर्ण मात्रा में एकत्र कर रखें। इसके साथ ही पानी का उचित प्रबंध किया जाए। समय—समय पर गौशालाओं का निरीक्षण किया जाए कि वहां विद्युत, जल, चारा आदि का उचित प्रबंध तो हैं। साथ ही गौवंशों की बीमार गौवंश, मृत, वृद्ध आदि सभी गौंवशों की गिनती की जाए। किसी भी स्थिति में गौवंश का ध्यान रखा जाए।
बैठक में मुख्य रूप से एडीसीपी यातायात रामानन्द कुशवाह, डीडीओ प्रज्ञा श्रीवास्तव, पशु चिकित्सा अधिकारी एसपी पाण्डेय, डॉ.अनुज सिंह डिप्टी सीवीओ, डीआईओ श्री योगेन्द्र प्रताप सिंह सहित अन्य अधिकारीगण मौजूद रहे।