प्रयागराज। महाकुंभ 2025 की तैयारियां जोरों पर हैं, लेकिन अब तक इसके आयोजन में VIP प्रोटोकॉल आम श्रद्धालुओं के लिए मुसीबत बनता नजर आ रहा है। हर साल की तरह इस बार भी कुंभ में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे हैं, लेकिन VIP मेहमानों की सुरक्षा और विशेष इंतजामों के चलते आम भक्तों को घंटों लाइन में लगना पड़ रहा है।
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गंगा स्नान और पूजा-अर्चना के लिए आए श्रद्धालुओं ने शिकायत की कि VIP लोगों के लिए अलग व्यवस्था होने के कारण आम भक्तों को लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। कई जगहों पर पुलिसकर्मी VIP काफिलों के कारण रास्ते रोक देते हैं, जिससे श्रद्धालु असुविधा का सामना कर रहे हैं।
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वाराणसी से आए एक भक्त ने कहा, “हम सुबह से लाइन में हैं, लेकिन VIP लोगों को पहले जाने दिया जा रहा है। क्या महाकुंभ केवल खास लोगों के लिए है?”
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VIP प्रोटोकॉल के अलावा, कुंभ मेले में स्वच्छता और यातायात प्रबंधन को लेकर भी प्रशासन पर सवाल उठ रहे हैं। कई जगहों पर शौचालयों की साफ-सफाई और पीने के पानी की उपलब्धता को लेकर भक्तों ने नाराजगी जाहिर की।
गुजरात से आए एक श्रद्धालु ने कहा, “पानी की व्यवस्था खराब है और जगह-जगह कचरा फैला हुआ है। प्रशासन ने इतनी तैयारियां करने का दावा किया था, लेकिन ज़मीनी हकीकत कुछ और है।”
मेले के प्रबंधन से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि “VIP प्रोटोकॉल राज्य सरकार और केंद्र सरकार के निर्देशों का हिस्सा है। आम श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए भी हर संभव प्रयास किया जा रहा है। जो कमियां हैं, उन्हें जल्द ही ठीक किया जाएगा।”
कई सामाजिक संगठनों ने महाकुंभ में VIP प्रोटोकॉल और आम भक्तों की परेशानी को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट में जनहित याचिका (PIL) दाखिल करने की बात कही है। संगठनों का कहना है कि कुंभ मेले का उद्देश्य सभी को समान रूप से आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करना है, लेकिन VIP व्यवस्था के चलते इस उद्देश्य पर सवाल खड़े हो रहे हैं।