नोएडा। 14 अप्रैल 1994 को मुंबई बंदरगाह में एक मालवाहक समुद्री जहाज में भयंकर विस्फोट के साथ भीषण अग्निकांड हुआ था। जिसने संपूर्ण बंदरगाह को हिला दिया था। उस आग में 144 लोग अकाल मौत के शिकार हो गए थे, जिसमें से अग्निशमन सेवा के 66 अधिकारी एवं कर्मचारी भी अपने कर्तव्य का पालन करते हुए शहीद हो गए थे।
शहीद हुए फायर कर्मियों की याद में हर वर्ष मनाएं जाने वाले अग्निशमन सेवा दिवस के अवसर पर नोएडा के सेक्टर-2 स्थित फायर स्टेशन परिसर में आज श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया। श्रद्धांजलि कार्यक्रम में अपर पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था शिवहरि मीणा सहित अन्य पुलिस अधिकारियों ने शामिल होकर शहीदों की याद में दो मिनट का मौन रखा गया व पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। श्रद्धांजलि कार्यक्रम के बाद में लोगों को आग के प्रति जागरूक करने के लिए पैदल मार्च और रैली शहर में निकाली गई। अग्निशमन विभाग के अधिकारियों ने पंपलेट वितरित कर लोगों को अग्निशमन के प्रति सचेत किया। रैली नोएडा के विभिन्न जगहों से होते हुए फेस-वन फायर कार्यालय पर आकर समाप्त हुई।
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मुख्य अग्निशमन अधिकारी प्रदीप कुमार चौबे ने बताया कि वर्ष 1994 में 14 अप्रैल को मुंबई बंदरगाह पर माल वाहक जहाज में हुई आगजनी में शहीद हुए 66 फायर कर्मियों की याद में हर वर्ष 14 अप्रैल को अग्निशमन सेवा दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसके साथ ही अग्नि सुरक्षा सप्ताह की भी शुरुआत होती है। 14 अप्रैल से प्रारंभ होकर 20 अप्रैल तक अग्निशमन सेवा सप्ताह का आयोजन किया जाता है। इस आयोजन का उद्देश्य अग्निकांडों में संपत्ति और जनजीवन को होने वाली क्षति को कम करने के उपायों से जनसाधारण को अवगत कराना होता है।